हल्द्वानी: नहर में निर्वस्त्र फेंक दी एक दिन की बच्ची, किसानों को बहती मिली लाश

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Published By Bhupesh Kanaujia
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हल्द्वानी, अमृत विचार। शहर में एक बार फिर सिर्फ एक दिन की बच्ची को निर्वस्त्र नहर में फेंक दिया गया। रात खेत में काम कर रहे किसानों ने बहती लाश देखी तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और मॉर्चरी भेज दिया। फिलहाल तो प्रयास के बाद भी यह साफ नहीं हो पाया कि हैवानियत भरी इस करतूत को किसने अंजाम दिया। 
   

बुधवार रात करीब साढ़े 10 बजे मंडी पुलिस चौकी क्षेत्र के हैड़ागज्जर गोरापड़ाव क्षेत्र में कुछ किसान अपने खेतों में काम कर रहे थे। उस वक्त खेत के पास से गुजरी नहर (गूल) में काफी पानी था। तभी उनकी निगाह नहर बहती लाश पर पड़ी। आनन-फानन में ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो पाया कि वह एक बच्ची की लाश थी और पूरी तरह तरह निर्वस्त्र। इसके बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया।

सूचना फैलते ही मौके पर बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। लोगों की सूचना पर कुछ ही देर में मंडी पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और उसकी शिनाख्त के प्रयास किए, लेकिन शिनाख्त नहीं हो सकी। जिसके बाद पुलिस ने शव को मॉर्चरी भेज दिया। पुलिस शिनाख्त के लिए 72 घंटे इंतजार करेगी और संभवत: रविवार को बच्ची का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। बहरहाल, इस घटना को लेकर इलाके में तरह-तरह की चर्चा है। मंडी चौकी प्रभारी गुलाब सिंह कम्बोज ने बताया कि गूल के आस-पास लगे सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं। 


जिन्होंने बेगाना समझ कर फेंका, उनका इंतजार 
हल्द्वानी : अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बच्ची को किन परिस्थितियों में नहर में फेंका गया, लेकिन जिस तरह उसे फेंका गया वह कानूनन गलत है। जिस तरह से शव को फेंका गया तो माना जा रहा है कि यह शर्मिंदगी में लिया फैसला था। चर्चा इस बात की भी है कि कई लड़कियां होने और फिर लड़की होने पर घटना अंजाम दिया या फिर यह भी हो सकता है कि बच्ची मरी पैदा हुई और फिर उसे फेंका गया। बहरहाल, सवाल यह है जिन लोगों ने बच्ची को बेगाना समझ कर बेकद्री से उसे फेंक दिया, उन्हीं का पुलिस शिनाख्त के लिए इंतजार कर रही है।  


पिछले साल भी खुले में फेंक दिए गए थे दो नवजात
हल्द्वानी : बीते वर्ष जनवरी में मंडी चौकी क्षेत्र के पुरानी आईटीआई के पास एक नवजात शिशु को खाली पड़े प्लॉट से बरामद किया गया था। नवजात पूरी रात कड़ाके की ठंड में पड़ा रहा, लेकिन जिंदा बचा रहा। ये लड़का था और सिर्फ 1 दिन का था। 9 सितंबर 2022 को कोतवाली क्षेत्र की राजपुरा पुलिस चौकी क्षेत्र की गौला नदी के पास नवजात बच्चे का शव मिला था। शव का सिर और एक हाथ गायब था। 


करीबी ने कलंकित किया आंचल, जीजा निकला नवजात का पिता
हल्द्वानी : नैनीताल की ये घटना सुर्खियों में रही थी। ये घटना वर्ष 2020 के सितंबर की है। इसी वर्ष फरवरी में स्टाफ हाउस सात नंबर क्षेत्र से गुजरे नाले में एक जिंदा नवजात बच्ची मिली थी। मामले में मुकदमा दर्ज किया गया और बच्ची का डीएनए टेस्ट कराया गया। 9 फरवरी को एक नाबालिग कोतवाली पहुंच गई और दावा किया कि बेटी उसकी है। नाबालिग के बयान के आधार पर उसके जीजा को हिरासत में लिया गया। जीजा का डीएनए पीड़िता की बच्ची से मैच हो गया। जिससे साबित हुआ कि जीजा ने अपनी साली के साथ रेप किया और पैदा हुई बच्ची उसी की थी। जिसके बाद जीजा को मुकदमे में नामजद किया गया और जेल भेज दिया गया। 

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