बरेली: चकबंदी अधिकारियों ने मानी गलती, बोले- किसानों को अब नहीं सताएंगे
बंदोबस्त अधिकारी की नोटिस के जवाब में 11 चकबंदी अधिकारियों ने दिया स्पष्टीकरण, किसानों की शिकायतों का फर्जी निस्तारण करने का शासन ने लिया था गंभीर संज्ञान
बरेली, अमृत विचार : किसानों की समस्याओं की अनदेखी कर मनमानी रिपोर्ट भेजने का मामला चकबंदी आयुक्त तक पहुंचने के बाद चकबंदी अधिकारियों ने गलती मान ली है। बंदोबस्त अधिकारी के नोटिस के जवाब में चकबंदी अधिकारियों और सहायक चकबंदी अधिकारियों ने आगे ऐसा न होने का भरोसा दिलाया है।
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बंदोबस्त अधिकारी का भी दावा है कि अब स्थ्ति में काफी सुधार हुआ है। किसान को संतुष्ट करने के प्रमाण के तौर पर उनके हस्ताक्षर के साथ रिपोर्ट भेजी जा रही हैं। दरअसल कई चकबंदी अधिकारी और लेखपाल किसानों की जमीन संबंधी समस्याओं का समाधान किए बिना गलत रिपोर्ट भेज रहे थे।
अपने कार्यालय से काम न करने के साथ बंदोबस्त अधिकारी के दफ्तर से ही फाइलों को आगे बढ़ाने की शिकायतें थीं। इस मनमानी से परेशान किसानों ने मुख्यमंत्री के जनता दरबार में शिकायतें करनी शुरू कीं तो चकबंदी आयुक्त ने बंदोबस्त अधिकारी पवन सिंह को सख्त नोटिस जारी किया था। शासन की सख्ती के बाद जिला अधिकारी ने सभी चकबंदी अधिकारी और सहायक चकबंदी अधिकारियों को नोटिस जारी कर तीन में स्पष्टीकरण मांगा था।
डीएम को भी विभाग में फैली अराजकता के बारे में पत्र लिखा था। बंदोबस्त अधिकारी पवन कुमार सिंह ने बताया कि चकबंदी सीओ, चकबंदी एसीओ समेत 11 अधिकारियों ने नाेटिस का जवाब देते हुए कहा है कि भविष्य में इन गलतियों की पुनरावृत्ति नहीं होगी। अब सभी अधिकारी फरियादियों को संतुष्ट करने की भी रिपोर्ट भेज रहे हैं।
रिपोर्ट पर किसानों के हस्ताक्षर भी करा रहे हैं। वह खुद भी किसानों से बातचीत कर फीडबैक ले रहे हैं। इसी कारण पहले रोज 10 से 15 किसान शिकायत करते थे, अब यह संख्या 2-3 ही रह गई है।
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