कोविड-19 के प्रोटोकॉल के बीच हुआ नीट का आयोजन, परीक्षा में शामिल हुए 88 प्रतिशत परीक्षार्थी
लखनऊ, अमृत विचार। देश में कहीं पर भी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए रविवार को राजधानी समेत पूरे प्रदेश में नेशनल इलिजिब्लिटी एंट्रेस टेस्ट (नीट 2020) का आयोजन किया गया। नीट की शुरुआत के दौरान कोई भी परीक्षार्थी कोरोना की चपेट में न आने पाए इसके लिए केन्द्रों पर सभी परीक्षार्थियों को करीब डेढ़ …
लखनऊ, अमृत विचार। देश में कहीं पर भी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए रविवार को राजधानी समेत पूरे प्रदेश में नेशनल इलिजिब्लिटी एंट्रेस टेस्ट (नीट 2020) का आयोजन किया गया। नीट की शुरुआत के दौरान कोई भी परीक्षार्थी कोरोना की चपेट में न आने पाए इसके लिए केन्द्रों पर सभी परीक्षार्थियों को करीब डेढ़ घंटे पहले बुलाया ताकि केन्द्र में प्रवेश के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके।
लखनऊ के 72 केन्द्र व प्रदेश भर में 320 केन्द्रों पर ये परीक्षा आयोजित हुई। लेकिन परीक्षा शुरू होने के दौरान कई परीक्षार्थियों में कोरोना का खौफ भी देखने को मिला। ऐसे में लखनऊ में 12 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी हैं। यहां करीब 36 हजार परीक्षार्थियों को शामिल होना प्रस्तावित था। लेकिन 12 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने परीक्षा छेाड़ दी हैं।
हालांकि शहर समन्वयक अवनी कमल ने बताया कि दोपहर 2 बजे से लेकर शाम 5 बजे के बीच परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुई। वैसे लखनऊ में 36 हजार और पूरे प्रदेश में 1 लाख 66 हजार 582 परीक्षार्थियों को परीक्षा में शामिल होने था, इसमें काफी संख्या में छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी है।
6 फिट की दूरी पर लाइन में लगे रहे परीक्षार्थी
शहर के चाराबाग स्थित बाल विद्या को नीट के लिए परीक्षा केन्द्र बनाया गया था। यहां परीक्षार्थियों को डेढ़ घंटे पहले ही बुला लिया गया था। वहीं छात्रों को केन्द्र के बार 6 फिट की दूरी पर खड़ा किया था, ऐसे में एक लंबी लाइन भी लग गई। परीक्षार्थियों ने बताया कि कोविड-19 से बचाव के लिए परीक्षा से जुड़े नियमों को मानने की हम सबकी जिम्मेदारी है।
परीक्षा से वंचित हुए परीक्षार्थियों ने किया हंगामा
नीट में कई परीक्षार्थी ऐसे भी रहे जो नहीं शामिल हो सके, इसके लिए परीक्षार्थियों ने जमकर हंगामा किया। मलिहाबाद स्थित एमपीबी पब्लिक कॉलेज में करीब दो दर्जन परीक्षार्थियों को परीक्षा से वंचित कर दिया गया। दरअसल यहां पर ये परीक्षार्थी तय समय से नहीं पहुंचे थे। ऐसे में इन्हे केन्द्र के भीतर प्रवेश नहीं दिया गया।
परीक्षार्थी मयंक जोशी का आरोप है कि परीक्षा केन्द्र खोजने मे उनको समय लग गया ऐसे में परीक्षा छूट गई। वहीं छात्र आनंद त्रिपाठी ने बताया कि 20 मिनट हम लेट से पहुंचे ऐसे में हमें परीक्षा से वंचित होने पड़ा, इसके अलावा भी कई ऐसे परीक्षार्थी थे जिनकी परीक्षा छूटी है। हालांकि परीक्षार्थियों ने भी बताया कि गूगल की लोकेशन भी सही नहीं थी, परीक्षार्थियों का आरोप था कि एसडीएम से गुहार लगाने के बाद भी प्रवेश नहीं दिया गया।
केन्द्रों पर हुई चेकिंग
केन्द्रों पर प्रवेश से पहले परीक्षार्थियों की गहनता से चेकिंग हुई। कई परीक्षार्थी ऐसे भी थे जिनके पास बैग थे उनको गेट पर ही जमा करवा लिगा गया। इसके साथ ही परीक्षार्थियों की तलाशी भी ली गयी। इस दौरान परीक्षार्थियों को थर्मल स्कैनिंग के साथ ट्रैम्प्रेचर भी मापा गया।
कई केन्द्रों पर उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां
पारा के अवध कॉलीजिएट में सोशल डिस्टेसिंग का पालन होता नहीं दिखाई दिया। यहां पर परीक्षार्थी अंदर प्रवेश करते समय काफी समय एक साथ दिखे। इस संबधं में कॉलेज प्रशासन से बात करने का प्रयास किया गया तो किसी ने बात नहीं की। वहीं परीक्षार्थियों ने बताया कि गेट पर संकेतिक निशान लगाये जाने चाहिए थे ताकि कोई दिक्कत न होने पाये।
