महोबा में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई विश्वकर्मा जयंती
महोबा, अमृत विचार। जिले में रविवार को विश्वकर्मा जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर शहर के अलावा अन्य कस्बों में भी भव्य जुलूस निकाला गया। कस्बा श्रीनगर में जुलूस निकालकर कस्बे का भ्रमण किया और झंडे लेकर लोग जुलूस में शामिल हुए। जुलूस दौरान युवाओं में विशेष उत्साह दिखाई दिया। सुबह हवन यज्ञ के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। हवन की पूर्ण आहुति डाली गई, इसके बाद विश्वकर्मा समाज के लोगों ने मंदिर में माथा टेका। विश्वकर्मा जयंती पर मंदिरों में आस्थावानों की भारी भीड़ जुटी।
विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर महोबा शहर में भगवान श्री विश्वकर्मा जी की भव्य शोभा यात्रा व बाइक रैली का आयोजन किया गया शोभा यात्रा शहर में भव्य तरीके के साथ निकाली गई जिसमें पुलिस प्रशासन की व्यवस्था भी रही। अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासभा की विश्वकर्मा आर्मी द्वारा विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर शहर में भव्य शोभा यात्रा का आयोजन किया गया। शोभा यात्रा बड़ी चंद्रिका माता मंदिर से प्रारंभ होकर के भटीपुरा, तहसील चैराहा, प्राइवेट बस स्टैंड ,रोडवेज बस स्टैंड, आल्हा चैक, उदल चैक, सुभाष चैकी, होते हुए विश्वकर्मा मंदिर में समाप्त की गई समापन के दौरान भगवान श्री विश्वकर्मा जी की भव्य महाआरती का आयोजन किया गया साथ ही प्रसाद वितरण व साथ ही हवन पूजन प्रसाद वितरण का भी कार्यक्रम किया गया।
कार्यक्रम में विश्वकर्मा आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष ललित विश्वकर्मा ने बताया कि ऐसा आयोजन जिले में विश्वकर्मा समाज के द्वारा एक साथ मिलकर के किया गया है और निरंतर हर साल ऐसा ही आयोजन किया जाएगा समजसेवियो के द्वारा जगह-जगह शोभा यात्रा में खानपान की व्यवस्था भी की गई समाज के लोगों ने जगह जगह शोभा यात्रा में भगवान की आरती और प्रसाद वितरण किया इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष से ललित विश्वकर्मा, प्रदेश महामंत्री कृष्णा विश्वकर्मा, विश्वकर्मा आर्मी के जिला अध्यक्ष केशव विश्वकर्मा, वरिष्ठ दिलीप विश्वकर्मा, वासुदेव विश्वकर्मा, शिवम विश्वकर्मा, अभिषेक विश्वकर्मा, जय प्रकाश विश्वकर्मा, राजेंद्र, सरमन, अनूप सोनी, रामू महाराज, धर्मेंद्र तिवारी आशीष विश्वकर्मा सहित समाज के हजारों लोग मौजूद रहे।
राज मिस्त्रियों ने औजारों को पूजा
महान शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा की जयंती पर जिले के राज मिस्त्रियों ने औजारों की पूजा की और रविवार को कामकाज बंद रखा। विश्वकर्मा पूजा पर कारखानों, प्रतिष्ठानों, मशीनों और औजारों व निर्माण कार्यों से जुड़े संस्थानों में विशेष पूजा आराधना की गई। मान्यताओं के अनुसार भगवान विश्वकर्मा सृष्टि के पहले शिल्पकार, वास्तुकार और इंजीनियर हैं। ब्राम्हा जी ने भी इन्हें सृष्टि की रचना का कार्यभार सौंपा था। विश्वकर्मा जयंती को लेकर आज भी जिले में राज मिस्त्री कोई भी काम नहीं करते हैं।
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