लखीमपुर खीरी: तहरीर के आधार पर धाराएं न लगने से परिजन नाराज 

Amrit Vichar Network
Published By Ashpreet
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लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। भीरा थाना क्षेत्र के गांव पौथेपुरवा में मनोज सिंह की संदिग्ध हालात में हुई मौत के मामले में सोमवार की शाम पोस्टमार्टम होने के बाद पुलिस ने शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया।

उसके बाद परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए एक लिखित तहरीर पुलिस को सौपीं, जिस पर पुलिस द्वारा दिखाई गई धाराओं से परिजन ने नाराजगी जताई है। विधायक के समझाने के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया है।

बता दें कि रविवार की रात पौथेपुरवा गांव निवासी मनोज पुत्र मदन सिंह की उसी के घर के बाहर संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया था।

पोस्टमार्टम के बाद सोमवार की शाम शव को परिजनों को सौंप दिया गया, लेकिन परिजनों ने अंतिम संस्कार नहीं किया। उनका कहना था कि जब तक हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं हो जाता, तब तक वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

मंगलवार की सुबह मृतक मनोज सिंह की पत्नी मुन्नी देवी ने थाने में शिकायती पत्र दिया, जिसमें चार नामजद सहित अन्य पर मुकदमा दर्ज किया गया। मुकदमें में हत्या की धारा दर्ज न होने के चलते परिजनों ने नाराजगी जताते हुए शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। सूचना पाकर गांव पहुंचे गोला विधायक अमन अरविंद गिरी ने भीरा थानाध्यक्ष निराला तिवारी को मामले में धारा बढ़ाने और निष्पक्ष जांच करने के निर्देश दिए।

विधायक ने परिजनों को ढांढस बंधाते हुए अंतिम संस्कार करने के लिए कहा। मुकदमें में पुलिस द्वारा हत्या की धारा बढ़ाए जाने और विधायक के समझाने के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं होने से मृतक का बिसरा प्रिजर्व किया गया है। परिजन की तहरीर के आधार पर पांच नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जांच की जा रही है। परिजन की मांग पर एक धारा 304 को 302 में कन्वर्ट किया गया है। बिसरा रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। 
निराला तिवारी, थानाध्यक्ष, भीरा

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