बरेली: सफाई देने में उस्ताद हैं... सफाई कराना इनके लिए मुश्किल

बरेली: सफाई देने में उस्ताद हैं... सफाई कराना इनके लिए मुश्किल

बरेली, अमृत विचार। यूपी सरकार गंदगी की समस्या को कितनी गंभीरता से ले रही है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नगर विकास मंत्री ने पूरे प्रदेश में 154 घंटे का महा सफाई अभियान चलाने का आदेश दिया है।

बरेली शहर में भी इसके बाद नगर निगम के सारे अफसर इस अभियान में जुट गए हैं लेकिन फिर भी इसका कोई खास असर नहीं दिख रहा है। अभियान बाहरी इलाकों की सड़कों पर चल रहा है लेकिन न अंदर की मुख्य सड़कों पर सफाई हो रही है न गलियों में।

अफसर फिर भी लगातार सफाई कराने का दावा कर रहे हैं। सफाईकर्मी जरूर असमंजस जता रहे हैं कि वे कहां-कहां और क्या-क्या काम करें। नगर विकास मंत्री के आदेश के मुताबिक अफसरों को सुबह छह से आठ बजे तक फील्ड में रहकर सफाई कार्य का निरीक्षण करने के साथ उसकी गूगल फोटो भी भेजनी है।

यह आदेश आने के बाद नगर निगम के सभी अफसरों के बीच वार्डों का बंटवारा कर दिया गया है। उन्हें अपने वार्ड में सुबह जाकर रिपोर्ट लेने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ नगर आयुक्त ने तीनों अपर नगर आयुक्तों को दोपहर 12 से दो बजे तक वार्डों में जाकर सफाई, अतिक्रमण, स्ट्रीट लाइट की हालत का जायजा लेने का निर्देश जारी कर दिया है। इसके बाद अफसरों के लिए दोपहर के दो घंटे भी इस काम के लिए तय हो गए हैं।

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रात में दो घंटे स्ट्रीट लाइटों का भी हाल देखेंगे नगर निगम के अफसर
सफाई महाअभियान के साथ एकाएक एक और जिम्मेदारी नगर निगम अफसरों के सिर आ पड़ी है। नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव ने भी रात नौ से 11 बजे तक उन्हें फील्ड में रहने का आदेश दिया है।

इसमें आगाह किया गया है कि इस बीच वह प्रदेश के किसी भी नगर आयुक्त् या अधिशासी अधिकारी से सीधे बात करेंगे। इसके बाद नगर निगम के अफसर रोज रात में निकलकर अलग अलग स्थानों से प्रमुख सचिव के साथ बात कर रहे हैं। अफसरों का कहना है कि सुबह, दोपहर और रात की की ड्यूटी लगा दिए जाने से उन्हें 24 घंटे में सिर्फ आठ घंटे ही आराम मिल रहा है।