बरेली: जिन रेल आवासों में अवैध लोग, निकाल दिए जाएं उनके दरवाजे
बरेली, अमृत विचार। मुरादाबाद मंडल रेल प्रबंधक राजकुमार सिंह ने बुधवार को बरेली जंक्शन का निरीक्षण किया। सुबह करीब 10 बजे अपनी विशेष ट्रेन से वह बरेली जंक्शन पहुंचे। स्टेशन पर उतरते ही उन्होंने व्यवस्थाओं को परखा। खास तौर से डीआरएम रेलवे कालोनियों में अवैध रूप से रह रहे लोगों को लेकर सख्त दिखे। उन्होंने कहा कि ऐसे घर जहां अवैध रूप से लोग रह रहे हैं उनके दरवाजे निकालने के साथ बिजली और पानी का कनेक्शन काट दिया जाए।
इस बीच एसएसई टेलीकॉम हर्ष श्रीवास्तव ने डीआरएम से शिकायत करते हुए बताया कि उनके पूल के तीन आवासों में तीन वेंडर अवैध रूप से रह रहे थे, उन्होंने जीआरपी को शिकायत की तो उल्टा जीआरपी ने शिकायत नहीं सुनी। सीनियर सेक्शन इंजीनियर चमन सिंह ने बताया कि हाल ही में अभियान चलाकर 18 रेलवे क्वाटरों को अवैध रूप से रह रहे लोगों से खाली कराया गया।
स्टेशन अधीक्षक भानु प्रताप सिंह ने डीआरएम को बताया कि अधिकतर कर्मचारी क्वार्टर की स्थिति देखने के बाद रहने से मना कर देते हैं, उनकी स्थिति रहने लायक तक नहीं। इससे पहले डीआरएम ने द्वितीय प्रवेश द्वार, फुटओवर ब्रिज, आरक्षण कार्यालय, सर्क्युलेटिंग एरिया, रनिंग रूम आदि का निरीक्षण कर व्यस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए।
जंक्शन के पुनर्विकास में खर्च होंगे 300 करोड़
डीआरएम ने बताया कि स्टेशन के पुनर्विकास के लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया है। जिसको मुख्यालय भेज दिया गया है। यात्रियों को बेहतर सुविधा देने की कोशिश करेंगे। उन्होंने बताया कि स्टेशन के पुनर्विकास में लगभग 300 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान लगाया जा रहा है।
रेलवे स्कूल तोड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसको स्थानांतरित करने पर विचार किया जा रहा है, हालांकि अभी यह फाइनल नहीं है। 100 किमी प्रति घंटे वाले सेक्शन मुरादाबाद-लखनऊ के बीच वंदे भारत चलाने के सवाल पर उन्होंने कहा वंदे भारत के दो पहलू हैं एक तो रफ्तार और दूसरा बेहतर सुविधा। जाहिर है अगर वंदे भारत चलेगी तो यात्रियों को बेहतर सुविधा भी मिलेगी।
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