बरेली: बालिकाओं के निवाले के साथ एनजीओ का धोखा
बरेली, अमृत विचार। कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में राशन और बालिकाओं की सुविधा को लेकर आए दिन नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। शुक्रवार को बिथरी चैनपुर स्थित स्कूल में बालिकाओं के खाने में सूड़ी मिलने का मामला सामने आया है।
स्कूल की वार्डन ने राशन का सारा सामान एनजीओ को तत्काल वापस भिजवा दिया है। हालांकि इस स्कूल में बच्चों के खाने में सूड़ी और कीड़े निकलने का मामला भी आ चुका है लेकिन अधिकारी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया और न ही एनजीओ के खिलाफ कोई कार्रवाई की।
स्कूल की वार्डन अनिता सिंह ने बताया कि एनजीओ की ओर से 5 अक्टूबर को देर शाम को स्कूल में राशन पहुंचाया गया। अगले दिन राशन की जांच के दौरान न्यूट्रिला की सब्जी तैयार कराई गई तो उसमें कीड़े और सूंड़ी दिखी। इस पर तुरंत सब्जी फिंकवा दी गई।
एनजीओ को फोन कर सामानों की घटिया गुणवत्ता के बारे में बताया गया। इससे पहले भी कई बार राशन की खराब गुणवत्ता को लेकर खंड शिक्षा अधिकारी और अन्य विभागीय अधिकारियों को सूचना दी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब परेशान होकर बेसिक शिक्षा मंत्री, महिला आयोग, परियोजना निदेशक और महानिदेशक को पत्र लिखा है।
सरकारी राजस्व को एनजीओ लगा रहा चूना
विभागीय सूत्रों के मुताबिक कई सालों से एनजीओ स्कूल में राशन और बच्चों की रोजमर्रा के सामान मुहैया करा रही है। एनजीओ बालिकाओंं के लिए निर्धारित मात्रा से कम सामान मुहैया कराती है
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