शाहजहांपुर में नहीं थम रहा बुखार का कहर, आठ वर्षीय बालक समेत सात की मौत
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शाहजहांपुर, अमृत विचार। जिले में बुखार का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। जहां लोग बुखार से तप रहे हैं, वहीं मरने वालों की तादात बढ़ती जा रही है। रविवार को भी अलग-अलग स्थानों पर बुखार से आठ वर्षीय बालक समेत पांच लोगों की जान चली गई।
बुखार का सबसे ज्यादा कहर पुवायां नगर और क्षेत्र में नजर आ रहा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग अब भी सजग नजर नहीं आ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि न तो कहीं कैंप लगाए जा रहे हैं और न ही एंटी लार्वा का छिड़काव होता दिख रहा है। बुखार से लगातार हो रहीं मौतों से लोग सदमे में हैं।
पुवायां। नगर में डेंगू बुखार के डंक से मौतों का सिलसिला जारी है। नगर के तिराहा बाजार निवासी 40 वर्षीय सुधीर गुप्ता एक सप्ताह से बुखार से पीड़ित थे। रविवार सुबह 10 बजे उनकी मौत हो गई है। मोहल्ला कुरगंजा निवासी 30 वर्षीय विनोद कश्यप की भी बुखार से मौत हो गई।
मोहल्ला आनन्द वाटिका निवासी 73 वर्षीय बालकराम की मौत भी बुखार से होने की बात परिजनों ने बताई हैं। अधिवक्ता महेश पटेल के बड़े भाई 48 वर्षीय जितेंद्र पटेल की बुखार के चलते रविवार दोपहर 12 बजे बरेली के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई।
महेश पटेल ने बताया कि उनके बड़े भाई जितेंद्र को एक अक्तूबर को बुखार आया था। 65000 प्लेटलेट्स रह जाने पर उनको जिले के नामी डॉक्टर के अस्पताल में भर्ती कराया। वहां भी इलाज के बाद भी प्लेटलेट्स घटकर 12000 रह गई। तब वह भाई को बरेली ले गए। जहां तीन दिन तक इलाज होने के बाद रविवार दोपहर उनका निधन हो गया। महेश बोले डेंगू ने मेरे भाई की जान ले ली।
नाहिल गांव में अरविंद गुप्त की पत्नी 35 वर्षीय नीलू गुप्ता की शनिवार को बुखार की वजह से बरेली के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई। नीलू को तीन अक्तूबर को तेज बुखार आया था, जिनकी प्लेटलेट्स10 हजार रह जाने बरेली ले जाकर निजी अस्पताल में भर्ती करवाया था। जहां इलाज के दौरान उनकी डेंगू से मृत्यु हो गई।
अरविंद के भाई कुलदीप गुप्ता की भी डेंगू से हालत गभीर बनी हुई है। कुलदीप को पुवायां के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भाजपा किसान मोर्चा के नगर महामंत्री गौरव अवस्थी की मां मिथिलेश अवस्थी पत्नी राकेश अवस्थी को एक माह पहले तेज बुखार आया था, तब से उनका इलाज पहले पुवायां में फिर बरेली, लखनऊ के निजी अस्पताल में चल रहा था। रविवार को उनका लखनऊ में इलाज के दौरान निधन हो गया।
बेटे गौरव अवस्थी ने बताया कि बुखार के चलते उनकी मां की किडनी में इंफेक्शन हो गया था। भाजपा के कार्यकर्ताओं व वरिष्ठ नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
खुटार। खुटार के गांव मोहनपुर निवासी राजीव वर्मा का आठ वर्षीय पुत्र विक्रम को शनिवार शाम को अचानक बुखार आ गया था। परिजनों ने गांव से ही दवा लेकर उसे खिला दी थी। बावजूद इसके हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। रविवार सुबह परिजनों ने उसे खुटार निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टर बुखार कंट्रोल नहीं हुआ, तो बाहर ले जाने की सलाह दी गई। परिजन विक्रम को लेकर जनपद लखीमपुर खीरी के कस्बा गोला चले गए। लेकिन रास्ते में ही विक्रम ने दम तोड़ दिया।
मृतक विक्रम का भाई और बहन भी बुखार से पीड़ित
खुटार। मोहनपुर निवासी मृतक विक्रम का बड़ा भाई 12 वर्षीय आदित्य चार दिन से बुखार से पीड़ित है। उसका इलाज लखीमपुर खीरी गोला कस्बे में प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है। आठ वर्षीय बहन संध्या भी बुखार से ग्रसित है। इसके अलावा गांव के ही रिंकू मिश्रा का 12 वर्षीय पुत्र सिविन और पड़ोस का रहने वाला सूरज के साथ ही गांव में लोग बुखार से पीड़ित है।
गंदगी की वजह से फैल रही बीमारी
खुटार। मोहनपुर गांव के लोगों ने बताया कि नालियों में जमा गंदगी और सड़कों पर कूड़ा करकट जमा है। सफाई व्यवस्था दुरुस्त न रहने से संक्रमण बीमारी का खतरा मंडरा रहा है। गांव में आठ बर्ष के किशोर की मौत हो गई। जबकि कई लोग बुखार से ग्रसित हैं।
इसके बाद भी साफ सफाई तो दूर एंटी लार्वा दवाई का छिड़काव तक करने की जरूरत नहीं समझी गई है। जिस कारण गंदगी में मच्छर पनपने लगे हैं और बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। लेकिन जिम्मेदार इस बात को नजरअंदाज करने में लगे हैं।
सूचना मिली है, सुबह टीम को मौके पर भेज कर जांच कराई जाएगी और जो लोग बीमार हैं, उनके सैंपल लिए जाएंगे---
डॉक्टर संजीव कुमार, सीएचसी प्रभारी खुटार।
मशीन न मिलने की वजह से गांव में एंटी लार्वा का छिड़काव नहीं कराया गया है। मशीन मिलते ही जल्द ही गांव में छिड़काव कराया जाएगा---विमल वर्मा, प्रधान मोहनपुर।
मासूम ने बुखार आने पर ननिहाल में तोड़ा दम
कस्बे के मुश्ताक की तीन वर्षीय पुत्री इनाया की बुखार से अपनी ननिहाल कंजा वाली जारत फरीदपुर में मृत्यु हो गई। शुक्रवार को अपनी मां रोशनी के साथ ननिहाल गई थी, वहीं उसको तीन दिन पहले बुखार आना शुरू हो गया था। फरीदपुर के ही निजी चिकित्सक से इलाज कराया, लेकिन बीती रात उसकी हालत बिगड़ जाने पर जब तक परिजन उसको इलाज के लिए ले जाते उसकी मृत्यु हो गई।
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