इज़राइल में फंसे नेपाली विद्यार्थियों ने वीडियो बनाकर भेजा संदेश, कहा- 'हम इस बंकर में सुरक्षित नहीं...'

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Published By Priya
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काठमांडू। इज़राइल में फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह हमास के हमले के बाद बंकरों में रह रहे नेपाल के विद्यार्थियों ने एक वीडियो संदेश भेजकर अपनी सरकार से उनकी वतन वापसी के लिए तत्काल कदम उठाने की अपील की है। गाजा पट्टी पर शासन करने वाले हमास ने शनिवार सुबह अचानक से दक्षिणी इजराइल पर हमला कर दिया था और तबाड़तोड़ रॉकेट हमले किए थे।

 नेपाली भाषा के ऑनलाइन समाचार पोर्टल की खबर के मुताबिक, वीडियो में विद्यार्थियों ने कहा, “हम इस बंकर में सुरक्षित नहीं हैं क्योंकि पहले हमास के लोगों ने बंकर में घुसकर हमारे दोस्तों को बेरहमी से मार डाला था और हम नहीं चाहते कि हमारा भी यही हाल हो।” विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, ‘लर्न एंड अर्न’ अध्ययन कार्यक्रम के तहत कुछ नेपाली समेत 265 विद्यार्थी इज़राइल गए थे। इज़राइल के दक्षिणी इलाके में हमास के हमलों में सैनिकों समेत कम से कम 700 लोगों की मौत हो गई है और 2,100 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं।

 मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, इज़राइल के जवाबी हमलों में गाज़ा पट्टी में करीब 500 लोगों की मौत हुई है और दो हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इससे पहले, सुदुर पश्चिम विश्वविद्यालय के 17 नेपाली विद्यार्थी गाजा पट्टी के पास के इलाके किबुत्ज़ अलुमिम में एक खेत में काम कर रहे थे और वे हमास के हमले की चपेट में आ गए थे। इसमें 10 विद्यार्थियों की मौत हो गई थी और चार जख्मी हैं और उनका इलाज किया जा रहा है। दो छात्र बच गए थे जबकि एक विद्यार्थी लापता बताया जा रहा है।

 सरकार द्वारा संचालित दैनिक ‘गोरखापत्र’ के मुताबिक, पश्चिमी नेपाल के टीकापुर नगर पालिका में सैकड़ों छात्रों ने तख्तियां लेकर मौन जुलूस निकाला और इजराइल के युद्धग्रस्त क्षेत्र से नेपाली विद्यार्थियों को निकालने के लिए सरकार की ओर से तत्काल कार्रवाई की मांग की। अधिकारियों के मुताबिक, प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल 'प्रचंड' ने इज़राइल के ताजा हालात और वहां नेपाली समुदाय की स्थिति पर चर्चा के लिए सोमवार को मंत्रिपरिषद की एक विशेष बैठक बुलाई।

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