बरेली: बीएएमएस में पास कराने के नाम पर वसूली करने वाले को छात्रों ने पकड़ा

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Published By Vishal Singh
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छात्रों ने बारादरी थाना पुलिस के हवाले किया, पुलिस कर रही पूछताछ

बरेली, अमृत विचार। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के बीएएमएस और अन्य छात्रों को पास कराने और नंबर बढ़ाने का झांसा देकर लाखों रुपये की उगाही करने वाले को छात्रों ने सोमवार को राजेंद्र नगर में एक घर से पकड़ लिया। आरोपी ने बचने के लिए खुद को घर करने के साथ कई प्रयास किए। बारादरी थाना पुलिस आरोपी को पकड़कर थाने लाई और उससे पूछताछ कर रही है। उसने विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के नाम भी बताए हैं, जिनके बारे में पुलिस पता लगा रही है। पुलिस ने देर रात आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसने छात्रों का रिकार्ड ऑनलाइन मिलने की जानकारी दी है।

सितंबर में बीएएमएस के छात्रों से नंबर बढ़वाने के नाम पर उगाही करने की छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक से शिकायत की थी। इस बाद परीक्षा नियंत्रक संजीव कुमार ने 7 सितंबर को बारादरी थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद बारादरी पुलिस ने साइबर सेल से जानकारी ली थी। साइबर सेल ने आरोपी की जानकारी पुलिस को दी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं दूसरी ओर ठगी के शिकार हुए छात्र आरोपी की तलाश में जुटे रहे। सोमवार को छात्रों को पता चला कि आरोपी प्रेमनगर के राजेन्द्र नगर इलाके के जगदीश विहार कॉलोनी के एक आलीशान मकान में किराए के मकान में रहता है। इसके बाद बीएएमएस के छात्रों ने मकान पर छापा मार दिया और आरोपी को पकड़ लिया। 

छात्रों से बचने के लिए आरोपी ने कुछ वकीलों को भी बुला लिया। उधर छात्रों की सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई और आरोपी को हिरासत में ले लिया। छात्रों ने बताया कि आरोपी ने करीब 100 छात्रों से एक करोड़ रुपये की ठगी की है। हिरासत में लिए गए आरोपी ने बताया कि वह रामपुर के मिलक थाना क्षेत्र के गांव बकैनिया का रहने वाला महिपाल उर्फ प्रखर है। आरोपी के कमरे से पुलिस को एक लड़की भी मिल लेकिन पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया। पुलिस के अनुसार लड़की का इस प्रकरण में कुछ भी रोल नहीं है।

पूछताछ में बयान बदलता रहा आरोपी
आरोपी महिपाल उर्फ प्रखर ने पुलिस पूछताछ में कई बार बयान बदले। वह विश्वविद्यालय के कर्मचारियों का नाम लेता तो कभी चुप हो जाता। पुलिस आरोपी से सच उगलवाने का प्रयास करती रही, लेकिन उसने देर शाम तक सच को उजागर नहीं किया। पुलिस अभी आरोपी से पूछताछ कर रही है।

आरोपी तो मोहरा है
छात्रों ने बताया कि आरोपी महिपाल उर्फ प्रखर तो मोहरा है। विश्वविद्यालय का कोई न कोई कर्मचारी निश्चित रूप से मिला होगा। जिससे उससे नंबरों की लिस्ट प्राप्त हो जाती थी। आरोपी छात्रों से नंबर बढ़वाने के नाम पर 50-70 हजार रुपये तक वसूल करता था। छात्रों ने बताया कि आरोपी ने किसी किसी छात्र से दो दो लाख रुपये भी वसूल किए हैं।

ऐसे करता था ठगी
महिपाल विश्वविद्यालय के किसी कर्मचारी की मदद से छात्रों नंबर की सूची प्राप्त कर लेता था। इसके बाद वह सूची में नंबर कम दर्शाकर छात्रों के पास भेज देता। छात्रों को लगता कि नंबर कम हैं, लेकिन नंबर एक या दो पेपर या विषय में कम दर्शाता था। जबकि इनमें उनके नंबर अधिक होते थे। इसके बाद वह नंबर बढ़वाने के नाम पर रुपये ले लेता। कम नंबरों वाले छात्रों के नंबर न बढ़ने पर भी आरोपी ने रुपये ले लिए। तब मामला परीक्षा नियंत्रक के संज्ञान में पहुंचा। इसके बाद रिपोर्ट दर्ज कराई गई।

पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ा है। उससे पूछताछ कर रही है। विश्वविद्यालय के कर्मचारी का नाम सामने आता है या नहीं ये पूछताछ से पता चलेगा।- हिमांशु निगम - इंस्पेक्टर बारादरी

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