पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी समूहों का गठन किया: दिलबाग सिंह
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तानी एजेंसियां यहां उपद्रव फैलाने के लिए पुराने आतंकवादी संगठन अल-बद्र को पुनर्जीवित करने और नए आतंकी समूहों के गठन का षड़यंत्र रच रही हैं। दिलबाग सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तानी एजेंसियां जम्मू-कश्मीर में उपद्रव फैलाने के लिए कराची में योजना …
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तानी एजेंसियां यहां उपद्रव फैलाने के लिए पुराने आतंकवादी संगठन अल-बद्र को पुनर्जीवित करने और नए आतंकी समूहों के गठन का षड़यंत्र रच रही हैं।
दिलबाग सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तानी एजेंसियां जम्मू-कश्मीर में उपद्रव फैलाने के लिए कराची में योजना बना रही हैं। उन्होंने कहा, ”पाक एजेंसियां घाटी में पुराने आतंकी समूह को पुनर्जीवित करने के अलावा नए आतंकवादी संगठन बनाने की कोशिश कर रही हैं। हाल ही में, यह सामने आया कि पाक एजेंसियां अल-बद्र आतंकवादी संगठन को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रही हैं।”
उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस संगठन (अल बद्र) के कईं उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है।’ पुलिस प्रमुख ने कहा कि कश्मीर घाटी में उग्रवादी गतिविधियों में पाकिस्तान की भूमिका से कोई इनकार नहीं कर सकता है और वे लोग युवाओं को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं।
पुलिस महानिदेशक ने कहा,”हम अपने युवाओं के विकास में पाकिस्तानी हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करेंगे। ” उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने इस साल जम्मू-कश्मीर में 72 ऑपरेशन किए, जिसमें विभिन्न संगठनों के शीर्ष कमांडराें सहित 177 आतंकवादी मारे गए।
दिलबाग सिंह ने कहा कि उनमें से 12 को जम्मू में ढेर किया गया तथा बाकी कश्मीर घाटी के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा बलों के अभियान मेें मारे गए। उन्होंने कहा कि मारे गये आतंकवादियों में से 22 पाकिस्तानी नागरिक थे जो पड़ोसी देश की भागीदारी को साबित करते हैं। उन्होंने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के अधिकांश आतंकवादी भी पाकिस्तान के हैं।
कश्मीर में 20 युवकों ने छोड़ा आतंकवाद का दामन
पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि माता-पिता के अलावा पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के सतत प्रयासों के कारण 20 युवक, जो आतंकवाद की राह पर चले गये थे, वे अब मुख्यधारा में लौट आए हैं। उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनके बारे में कोई भी जानकारी सार्वजनिक नहीं की जाएगी।
उन्होंने पाकिस्तानी एजेंसियों के झांसे में आकर आतंकवाद का दामन थामने वाले युवकों से फिर से मुख्यधारा में शामिल होने की अपील करते हुए कहा, ”हम हिंसा का रास्ता अपनाने वाले सभी युवकों से फिर से सामान्य एवं सम्मानित जीवन को अपनाने के लिए लौट आने की अपील करते हैं।” उन्होंने कहा कि जो लोग हिंसा का रास्ता नहीं छोड़ेंगे, उनसे सख्ती से निपटा जाएगा।
