बरेली: मरीजों को मिली राहत, अब अल्ट्रासाउंड को नहीं भटकेंगी महिलाएं
शासन से आदेश मिलने के बाद जिला महिला अस्पताल में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ को मिल सकती है जिम्मेदारी
बरेली, अमृत विचार। जिला महिला अस्पताल में कई महीने से ओपीडी और भर्ती होने वाली गर्भवती मरीजों को अल्ट्रासाउंड कराने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां सीएचसी से अटैच रेडियोलॉजिस्ट सप्ताह में तीन दिन ही अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
यह भी पढ़ें- बरेली: लोकसभा चुनाव...धर्मस्थलों का ईवीएम से कनेक्शन जोड़ने के चक्कर में भाजपा
अब शासन ने अस्पताल में तैनात स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ की देखरेख में भी अल्ट्रासाउंड जांच करने की पहल की है। सीएमओ ने सीएमएस से बैठक कर व्यवस्था अमल में लाने की कार्य योजना तैयार कर ली है। वर्तमान में जिला महिला अस्पताल में चार स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ भी तैनात हैं।
अभी महिलाओं को बाहर से अल्ट्रासाउंड कराना पड़ता है। यहां भी घंटों लाइन में लगने के बाद अल्ट्रासाउंड हो पाता है जिससे कई बार गंभीर स्थिति पैदा हो जाती थी। वहीं अब जब गर्भवती का इलाज करने वाले चिकित्सकों को अल्ट्रासाउंड की जिम्मेदारी मिल जाएगी तो मरीज और गर्भ में पल रहे बच्चे की स्थिति से वे हमेशा अपडेट रहेंगे।
विशेषज्ञ डॉक्टर की संख्या तो ठीक है लेकिन ईएमओ सिर्फ एक होने के चलते ओपीडी और आईपीडी में मरीजों को समय पर सुविधा मिलना प्रभावित होता है। हालांकि जल्द ही शासन से पत्राचार कर नवीन व्यवस्था को अमल में लाने का प्रयास करेंगे---डॉ. त्रिभुवन सिंह, सीएमएस, जिला महिला अस्पताल।
यह भी पढ़ें- बरेली: बुखार से क्यों न तपे शहर? जलभराव में पनप रहे मच्छर, फॉगिंग न होने से परेशान लोग
