भगतपुर हत्याकांड : विवादों से परेशान होकर की भतीजे और उसकी गर्भवती पत्नी की हत्या
पूछताछ के बाद हत्यारोपी चाचा प्रशांत कुमार और उसकी पत्नी को पुलिस ने जेल भेजा, हत्या में प्रयुक्त लोहे का बांका और छुरी हत्यारोपियों की निशानदेही पर बरामद
मुरादाबाद, अमृत विचार। भगतपुर के गांव परशुपुरा बाजे निवासी वरुण कुमार और उसकी गर्भवती पत्नी बबीता के हत्यारोपी शिक्षक प्रशांत कुमार और उसकी पत्नी ने पुलिस पूछताछ में कबूला कि रोज-रोज के विवाद और वृद्ध की पेंशन को लेकर चल रहे तनाव के कारण घटना को अंजाम दिया। एसपी देहात संदीप कुमार मीणा ने बताया कि दोनों आरोपियों को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया।
थाना भगतपुर के गांव परशुपुरा बाजे निवासी वरुण कुमार (22) मोबाइल शॉप में काम करता था। रविवार तड़के करीब तीन बजे उसके सगे चाचा प्रशांत कुमार, उसकी पत्नी ने मिलकर वरुण कुमार और उसकी गर्भवती पत्नी बबीता (20) की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। जिसके बाद प्रशांत कुमार ने सुबह मानपुर पुलिस चौकी पर जाकर आत्मसमर्पण कर दिया। डीआईजी मुनिराज जी, एसएसपी हेमराज मीना, एसपी देहात संदीप कुमार मीणा समेत पुलिस के अन्य अधिकारियों ने घटना स्थल का मुआयना किया था।
रविवार देर रात पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिए। वरुण के बहनोई प्रमोद कुमार ने आरोपी प्रशांत कुमार, उसकी पत्नी गुड़िया और बेटे के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। एसपी देहात संदीप कुमार मीणा ने बताया कि हत्यारोपी प्रशांत कुमार और उसकी पत्नी गुड़िया उर्फ कल्पना सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त लोहे का बांका व छुरी बरामद की गई है।
आरोपी प्रशांत बोला रोज-रोज के झगड़ों से हो गया था परेशान
मुरादाबाद। भगतपुर डबल मर्डर के हत्यारोपी चाचा प्रशांत से जब पुलिस ने पूछताछ की, तो उसने बताया कि वह रोज-रोज के झगड़ों से तंग आ गया था। भतीजा वरुण और उसकी पत्नी बबीता आए दिन लड़ाई झगड़ा करते थे। चाचा और भतीजे के घर के बीच में कोई दीवार नहीं थी। हत्यारोपी ने बताया कि भतीजा और उसकी पत्नी अक्सर उसे झूठे केस में फंसा कर जेल भेजने की धमकी देते थे। वह कहते थे कि तुम्हें दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसा देंगे। जिससे वह काफी परेशान हो गया था।
इसके अलावा हत्यारोपी के वृद्ध पिता रिटायर्ड शिक्षक राजेंद्र सिंह को 35,000 रुपये मासिक पेंशन मिलती थी। जिसमें वह अपना हिस्सा चाहता था। लेकिन, राजेंद्र सिंह पोते वरुण और उसकी पत्नी बबीता के साथ रहते थे इसलिए पूरी पेंशन उन्हें ही देते थे। इस बात को लेकर भी आरोपी प्रशांत कुमार और उसकी पत्नी गुड़िया झगड़ा करते थे। जिससे परेशान होकर भतीजे और बहू को रास्ते से हटाने के लिए उनकी हत्या कर दी। रविवार तड़के करीब तीन बजे बांका और छुरी लेकर वरुण के घर गया तो उनके कमरे का दरवाजा खुला था। अंदर घुसते ही चारपाई पर सो रहे भतीजे और बहू के ऊपर हमला करके दोनों को मौत के घाट उतार दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद खून से सने अपने कपड़े और बांका व छुरी शौचालय के पीछे लकड़ियों के बीच छिपा दिए थे। उसके बाद घर जाकर हाथ पैर धोकर सो गया था। सुबह उठकर उसने चौकी में जाकर आत्मसमर्पण कर दिया।
बबीता के ऊपर आठ तो वरुण के ऊपर किए पांच वार
मुरादाबाद। हत्याकांड के शिकार वरुण और बबीता के शव का रविवार देर रात करीब साढ़े 12 बजे पोस्टमार्टम किया गया। इस दौरान दो डॉक्टरों का पैनल मौजूद रहा। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी कराई गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार दोनों की हत्या सोते समय ही कर दी गई थी। क्योंकि दोनों के शरीर पर स्ट्रगल मार्क नहीं मिले हैं। पोस्टमार्टम में पता चला कि आरोपी ने बबीता के ऊपर आठ वार किए थे, जो उसके सिर, चेहरे, गर्दन और हाथ पर लगे थे। जबकि वरुण कुमार के ऊपर पांच वार किए थे, जो चेहरे, सिर और गर्दन पर किए गए थे।
ये भी पढ़ें : मुरादाबाद : घर में सफाई करने वाली नाबालिग के साथ दुष्कर्म, पुलिस ने आरोपी को भेजा जेल
