अमेठी तहसील में जमकर हो रही है अवैध वसूली, एसडीएम बोले- मुझे नहीं है जानकारी
अमेठी, अमृत विचार। तहसील परिसर में अधिकारियों की नाक के नीचे अवैध वसूली का खेल बदस्तूर जारी है। अधिकारी सब जानते हुए अनजान बनकर आंख मूंदकर बैठे है। 15 रुपए में किसानों को दी जाने वाली खतौनी का खुलेआम 20 रुपए की वसूली की जा रही है। पूरा मामला अमेठी तहसील से है जहाँ किसानों को सहूलियत देने के तहसील के पीछे खतौनी नकल काउंटर खोला गया है।
काउंटर पर किसान अपनी खतौनी की पक्की नकल को लेते है जिससे शासन द्वारा निर्धारित मूल्य 15 रुपए है लेकिन काउंटर पर बैठे कर्मचारी एक खतौनी की कीमत 20 रुपए वसूल रहे है। कर्मचारियों द्वारा अवैध वसूली का खेल पिछले कई महीनों से चल रहा है, लेकिन तहसील में बैठे एसडीएम और तहसीलदार जानकारी के बावजूद कोई कार्यवाही करने को तैयार नहीं है।
इसी का आलम है कर्मचारी खुलेआम बेखौफ होकर अवैध वसूली का खेल खेल रहे है। अपनी खतौनी की पक्की नकल लेने आये युवा किसान गूंगवाछ गांव के रहने वाले जयदेव मिश्रा ने कहा वो पक्की नकल लेने तहसील आये है लेकिन एक नकल की कीमत 20 रुपए लिया जा रहा है जबकि इसका मूल्य 15 रुपए सरकार द्वारा निर्धारित किया गया है।
वहीं बुजुर्ग किसान राम कृपाल ने कहा कि उन्होंने तीन नकल निकलवाई है लेकिन उनसे 60 रुपए लिया गया है जबकि शासन ने इसके लिए एक मूल्य का निर्धारण किया है। वही जब अमेठी उपजिलाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया की मामला मेरे संज्ञान मे नहीं था। अब आपके माध्यम से मुझे पता चला है की खतौनी की नकल में किसानों से अवैध वसूली की जा रही है जबकि इसका सरकारी मूल्य 15 रुपये निर्धारित किया गया है इस पर जाँचकर कार्यवाही करुँगी।
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