69000 शिक्षक भर्ती : अभ्यर्थियों ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से की मुलाकात
अमृत विचार, लखनऊ। 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में हुई विसंगति के कारण नियुक्ति पाने से वंचित दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों ने मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से मुलाक़ात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
अभ्यर्थियों ने कहा कि 69000 शिक्षक भर्ती आरक्षण घोटाले के कारण उनकी नियुक्ति नहीं हो सकी जबकि सरकार ने विसंगति को दूर करते हुए 6800 दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों की एक चयन सूची जारी कर नियुक्ति देने की बात कही थी। मंत्री और अधिकारी बार-बार के मुलाकात में केवल आश्वासन देते हैं लेकिन मामले को निस्तारित नहीं कर रहे हैं। हम सभी चयनित अभ्यर्थी बहुत पीड़ित है।
विधानसभा अध्यक्ष ने अभ्यर्थी की बात सुनने के बाद कहा की इस मामले में पहले भी उनसे लोग मिल चुके हैं मैं इस बारे में मुख्यमंत्री जी से भी बात करूंगा। मुलाक़ात करने के बाद अमरेंद्र पटेल ने यह जानकारी दी। अमरेंद्र पटेल ने कहा की 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में घोर अनियमितता बरती गई जिस कारण आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नौकरी से वंचित कर दिया गया। इस संबंध में कई बार आंदोलन के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया और विसंगति दूर करते हुए पीड़ित दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिए जाने आदेश अधिकारियों को दिया था, जिसके आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने विसंगति को सुधारने के उपरांत 6800 दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने का वादा करते हुए एक सूची जारी की लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिल सका। हमारी मांग है की सरकार इस मामले का त्वरित समाधान निकाले और सभी 6800 चयनित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों का हक अधिकार देते हुए उनकी नियुक्ति करें।
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