बरेली: संदिग्ध बुखार और डेंगू से आशा कार्यकर्ता समेत तीन की मौत
राजपुर कलां और शीशगढ़ में डेंगू का प्रकोप, जिले में 15 दिन में डेंगू मरीजों का आंकड़ा 100 के पार
बरेली, अमृत विचार : जिले में बुखार और डेंगू का प्रकोप है। नए मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बुधवार को संदिग्ध डेंगू से गांव राजपुर कलां में आशा कार्यकर्ता समेत दो लोगों की मौत हो गई। जबकि बुखार से शीशगढ़ क्षेत्र में एक व्यक्ति ने दम तोड़ दिया।
एक महीने से राजपुरकलां में संदिग्ध डेंगू से लगातार मौतें हो रही हैं, ग्रामीणों के अनुसार अब तक 14 लोगों की मौतें हो चुकी हैं। बुधवार को सुलेमान (62) और आशा कार्यकर्ता नीलम (57) की सांसें थम गईं। परिजनों ने बताया कि एक सप्ताह से बुखार आ रहा था। स्थानीय स्तर पर ही उनका इलाज चल रहा था। वहीं, शेरगढ़ में मोहल्ला जाटवान निवासी काशीराम प्रजापति (75 ) की बुखार से मौत हो गई।
बिहारी लाल प्रजापति ने बताया कि बड़े भाई काशीराम को 15 दिन से बुखार आ रहा था। डॉक्टर ने जांच के बाद साधारण बुखार और टीबी होना बताया था। परिजनों ने पहले रुद्रपुर और फिर बरेली के निजी अस्पताल में इलाज कराया। मंगलवार देर रात उनकी मौत हो गई।
डेंगू का प्रकोप कम नहीं हो रहा, बढ़ रहे नए मरीज: जिले में मार्च से सितंबर तक मलेरिया को प्रकोप रहा। हर रोज तीस नए मरीज सामने आ रहे थे। जिले के पांच ब्लॉक मलेरिया को लेकर अति संवदेनशील घोषित किए गए थे, लेकिन अब जिले में मलेरिया दम तोड़ रहा है। 15 दिनों से जिले में मलेरिया के नए मामलों की संख्या 40 से कम रही है, लेकिन डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है।
जिले में अक्टूबर में डेंगू के सर्वाधिक मामले सामने आए हैं। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार 15 दिनों में डेंगू के 100 से अधिक मामले सामने आए हैं। वहीं, बुधवार को भी जिले में 17 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। जिले में अब तक डेंगू के नये मरीजों की संख्या 870 पहुंच गई है।
दिसंबर तक जारी रहेगा प्रकोप: विभागीय अफसरों के अनुसार बीते वर्ष नवंबर तक जिले में डेंगू का प्रकोप कम हो गया था मगर इस बार नए मरीजों के सामने आने का सिलसिला जारी है। दिसंबर तक डेंगू का प्रकोप जारी रहने की आशंका जताई जा रही है।
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