
Dhanteras 2023: तस्वीरों में देखे कानपुर का धनतेरस, बाजारों पर जमकर हुई धनवर्षा… इतने करोड़ का हुआ कारोबार
कानपुर में धनतेरस के दिन करीब 1200 करोड़ का कारोबार हुआ।
कानपुर में धनतेरस के दिन करीब 1200 करोड़ का कारोबार हुआ। इसमें सोना-चांदी भी चमका। इसके साथ ही ऑटो सेक्टर ने भी रफ्तार पकड़ी। वहीं, रंगबिरंगी रोशनी से जगमग बाजार देर रात तक गुलजार रहे।
कानपुर, अमृत विचार। धनतेरस पर शुक्रवार को दुल्हन की तरह सजे बाजार पर जमकर धनवर्षा हुई। खरीदारों की उमड़ी भीड़ से बाजार झूम उठा। सराफा बाजार में सोने, चांदी की चमक देर रात तक बिखरी रही। ऑटो शोरूम, बर्तन बाजार, रेडीमेड परिधान, गिफ्ट और मिठाई की दुकानें हर कहीं भीड़ नजर आई। धनतेरस पर शहर में 1200 करोड़ से अधिक का कारोबार होने का अनुमान लगाया गया।
सुबह से ही बाजार में धनतेरस की धूम रही। रंग-बिरंगी रोशनी और फूलों से सजे शोरूम और दुकानों में ग्राहकों की भीड़ पहुंची तो कारोबारियों के चेहरे खिल उठे। नवीन मार्केट, पीपीएन मार्केट, बिरहाना रोड, गुमटी, चौक सर्राफा, पीरोड, स्वरूप नगर, गोविंद नगर, लाल बंगला, किदवई नगर, शास्त्री नगर, आर्य नगर हर कहीं उत्सव जैसा माहौल नजर आया।
बिरहाना रोड सराफा बाजार में दोपहर से ही खरीदारी शुरू हो गई। चांदी के सिक्के, सोने की गिन्नियां और सोने के बिस्कुट लोगों ने अधिक खरीदे। बाजार में दस ग्राम नया चांदी का सिक्का लगभग आठ सौ रुपये व पुराना चांदी का सिक्का लगभग एक हजार रुपये कीमत पर बिका। सोने की 5 ग्राम की गिन्नी 31,500 व 10 ग्राम की गिन्नी 63 हजार रुपये में बिक्री हुई।
चांदी के सिक्कों की धूम
सर्राफा कारोबारियो ने बताया कि धनतेरस पर शहरवासियों ने लगभग तीन टन चांदी के सिर्फ सिक्के खरीदे। बाजार में इसकी कीमत लगभग 22 करोड़ के आसपास है। धनतेरस पर सोने के दामों में कमी आई। शहर की बाजारों में सुबह सोने का रेट खुला तो गुरुवार के मुकाबले 150 रुपये की कमी आ गई। गुरुवार को 22 कैरेट सोने जहां 59,400 में प्रति दस ग्राम था तो शुक्रवार को 59,250 में सोना बिका।
50 करोड़ की हीरा बिक्री
शहर में हीरा-पन्ना के प्रति भी दीवानगी दिखी। खरीदारों ने निजी कंपनियों के सर्टिफाइड हीरों के प्रति अपना रुझान दिखाया। कारोबारियों के अनुमान के मुताबिक शहर में लगभग 50 करोड़ रुपये के हीरे धनतेरस पर खरीदे गए।
खूब खनखनाया बर्तन बाजार
शहर के बर्तन बाजार में भी खूब धूम रही। कारोबारियों ने बताया कि प्रमुख बाजारों में बर्तन की लगभग 60 करोड़ रुपये की एक दिन में खरीदारी हुई। हटिया बर्तन बाजार, भूसाटोली, किदवई नगर, रावतपुर, आर्य नगर, ग्वालटोली व दर्शनपुरवा के बाजारों में सबसे अधिक कारोबार हुआ। यहां देर रात तक दुकानों में भीड़ मौजूद रही।
2000 कारों और 5000 दोपहिया वाहनों का डिलीवरी
ऑटो सेक्टर में सुबह से ही बाहर रही। शुभ मुहूर्त में कार और दोपहिया वाहनों के शोरूम में डिलीवरी लेने के लिए ग्राहक देर रात तक जमे रहे। दो हजार के आसपास चार पहिया वाहन विभिन्न कंपनियों के शोरूम से खरीदे गए। इसी तरह लगभग पांच हजार दोपहिया वाहन भी शोरूम से सड़कों पर उतरे। इनमें लगभग दो हजार वाहन पूर्व में बुक कराए गए थे। शहर के 17 कार डीलरों ने दो हजार कारों की बिक्री एक दिन में की।
इनमें सबसे ज्यादा छोटे मॉडल की कारें बिकी। करीब 92 कारें ऐसी रही जिनकी कीमत 25 लाख से ज्यादा रही। 25 लाख से ऊपर कीमत वाली 70 कारों की डिलीवरी दी गई। इलेक्ट्रिक कारों के प्रति भी रुझान दिखा। 200 से अधिक इलेक्ट्रिक कारें धनतेरस के दिन सड़कों पर दौड़ने के लिए तैयार हो गईं।
गणेश-लक्ष्मी भी घर आए
धनतेरस पर लक्ष्मी आगमन की मान्यता के चलते लोगों ने गणेश लक्ष्मी की मूर्तियां खरीदीं। इनमें पारंपरिक माटी की मूर्तियों की सबसे ज्यादा बिक्री हुई। इसके बाद लोगों ने सोने व चांदी की मूर्तियों को खरीदा। कारोबारियों ने बताया कि शहरवासियों ने मिट्टी की 5 करोड़ रुपये से ज्यादा की मूर्तियां खरीदीं।
गारमेंट बाजार में भी रौनक
लोगों ने रेडीमेड परिधानों की खूब खरीदारी की। गुमटी, गोविंद नगर, नवीन मार्केट, जनरलगंज, लाल बंगला बाजारों में रेडीमेड कपड़ों के शोरूम और दुकानें खचाखच भरी रहीं। कारोबारियों ने बताया कि 12 करोड़ से अधिक की बिक्री का अनुमान है। हालांकि ऑनलाइन बाजार की वजह से बिक्री में कमी आई है।
उपहार, मिठाई, झालरों ने रौनक बढ़ाई
शहरवासियों ने उपहारों व मिठाई की खरीदारी भी की। देर रात तक लोगों ने आर्टफिशियल दीए, लाइट, रंगोली, म्यूजिकल लैंप सहित अन्य गिफ्ट आइटम खरीदे। कारोबारियों ने बताया कि बाजार में गिफ्ट आइटम की खूब बिक्री हुई है। र मिठाई की दुकानों पर भी भीड़ लगी रही। उपहार और मिठाई मिलाकर 25 करोड़ से अधिक बिक्री का कारोबारियों ने अनुमान लगाया।
शील-गट्टा व पूजन सामग्री भी खरीदी
दीपावली पर पूजन में इस्तेमाल होने वाले लैया, खील, गट्टा खरीदने के लिए भी बाजार में भीड़ रही। एक्सप्रेस रोड, हूलागंज, आर्य नगर, काकादेव, शास्त्री नगर, गोविंद नगर, लाल बंगला सहित अन्य बाजारों में ऐसी सामग्री की जमकर खरीदारी हुई।
25 हजार की माटी की गणेश-लक्ष्मी प्रतिमा
बाजार में मिट्टी के गणेश-लक्ष्मी की प्रतिमा 25 हजार रुपये में बिकी। बंगाल के कारीगरों की बनाई प्रतिमा में लगे चमकीले नग सौंदर्यता को जीवंतता प्रदान करते दिखे।
हालसी रोड पर गणेश-लक्ष्मी की प्रतिमा बेच रहे आकाश बाथम और आदित्य कश्यप ने बताया कि 25 हजार रुपये कीमत प्रतिमा की कारीगरी की वजह से है। प्रतिमा पूरी तरह आकर्षक फैशन सामग्री से सजी है। प्रतिमा में लगे चमकीले नग और रंग पांच वर्ष तक खराब नहीं होंगे। प्रतिमा को कंप्यूटर से डिजाइन करने के बाद हूबहू हाथ से उकेरा गया है।
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