अयोध्या: नहीं रहे अहिबरन, पैतृक गांव में ली अंतिम सांस, 1965 व 71 की जंग में दुश्मनों को चटाई थी धूल 

Amrit Vichar Network
Published By Sachin Sharma
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अयोध्या। 1965 और 71 की लड़ाई में दुश्मनों को धूल चटाने वाले बीकापुर के अहिबरन तिवारी का निधन हो गया। भारतीय सेना में सूबेदार रहे अहिबरन बबुरिहा कौंधा के रहने वाले थे। उनके निधन के बाद इलाके में शोक की लहर दौड़ पड़ी। गांव के हर एक व्यक्ति के दिल में अहिबरन अपनी अलग ही छाप छोड़ गए, जिस कारण पूरा गांव दुखी दिखा। 

अहिबरन ने 1965 की लड़ाई में दो महीने पाकिस्तान के सियालकोट सेक्टर में सेवा दी थी। इसके बाद 1971 की लड़ाई में बांग्लादेश गए। साथ ही अमृतसर के ब्लू स्टार आपरेशन में भी भूमिका निभाई थी। इसके लिए उन्हें कई मेडल भी मिले। सेना से वह 1988 में रिटायर हो गए।

इसके बाद से उन्होंने अपना जीवन गांव में बिताने का फैसला किया। क्योंकि इनका अपने गांव से काफी लगाव था। वह गांव में अनेक सामाजिक कार्यों में भी लगे रहते थे। शुक्रवार की सुबह चार बजे उनका निधन हो गया। मुखाग्नि उनके पुत्र विजय पाल तिवारी ने दी।

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