Chhath Puja 2023 Day 2: छठ महापर्व का दूसरा दिन आज, जानें खरना की पूजा विधि और नियम

Chhath Puja 2023 Day 2: छठ महापर्व का दूसरा दिन आज, जानें खरना की पूजा विधि और नियम

Chhath Puja 2023 Day 2: छठ महापर्व की शुरुआत 17 नवंबर से हो चुकी है और 20 नवंबर को सूर्य देव के पूजन के बाद समाप्त हो जाएगा। यह पर्व यूपी-बिहार में बड़े ही धुम- धाम से मनाया जाता है। इस पर्व में भगवान सूर्य के साथ छठी मईया की पूजा-उपासना विधि- विधान के साथ की जाती है। इस पर्व से जुड़ी धार्मिक मान्यता है कि छठ का व्रत संतान प्रात्ति की कामना, संतान की कुशलता, सुख- समूद्धि और दीर्घायु के लिए किया जाता है। इस पर्व में महिलाएं 36 घंटे तक उपवास रखती है।

यह पर्व चार दिनों तक चलता है। छठ पर्व का दूसरा दिन खरना कहलाता है। खरना का अर्थ होता है शुद्धिकरण। खरना के दिन छठ पूजा का प्रसाद बनाने की परंपरा है। इस दिन सूर्योदय सुबह 6 बजकर 46 मिनट पर होगा और सूर्यास्त शाम 5 बजकर 26 मिनट पर होगा।

खरना का महत्व
खरना के दिन महिलाएं पूरे दिन व्रत रखती हैं। इस दिन छठी माता का प्रसाद तैयार किया जाता है। इस दिन गुड़ की खीर बनती है। खास बात यह है कि वह खीर मिट्टी के चूल्हे पर तैयार की जाती है। प्रसाद तैयार होने के बाद सबसे पहले व्रती महिलाएं इसे ग्रहण करती हैं, उसके बाद इसे बांटा जाता है। इस दिन व्रती महिलाएं छठी मैया के गीत भी गाती हैं।

खरना के नियम
1. जरूरतमंदों की मदद करें खरना के दिन जो प्रसाद तैयार किया जाए, वो प्रसाद जरूरतमंद लोगों दें। इससे छठी माता प्रसन्न होती हैं और पुण्य की प्राप्ति होगी।

2. नए और साफ वस्त्र धारण करेंखरना का प्रसाद बिल्कुल साफ सुथरे वस्त्र पहनकर ही बनाना चाहिए। बल्कि चारों दिन ही साफ कपड़े पहनने चाहिए।

3. तांबे के लौटे से अर्घ्य देनाछठ पूजा में सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है। सूर्य भगवान को जिस बर्तन से अर्घ्य देते हैं, उसका विशेष ध्यान रखें। व्रती महिलाओं को ये अर्घ्य तांबे के लोटे में ही देना चाहिए।

4. साफ सफाई का खास ख्याल रखेंछठ पूजा में सफाई का खास ध्यान रखें। अगर आप छठ पूजा के लिए प्रसाद बना रहे हैं तो विशेष सावधानियां बरतें। अपने हाथ धोते रहें और इसे पूरी स्वच्छता के साथ बनाएं।

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