मुरादाबाद: तहसीलदार समेत पांच को गिरफ्तार करा चुका है शिकायतकर्ता

नियत दिन में रिश्वत पहुंचने में देर हुई तो दरोगा ने हसमत को फोन कर जल्दी आने को कहा था, घूस लेते पकड़ी जाने पर रोने लगी दरोगा

मुरादाबाद: तहसीलदार समेत पांच को गिरफ्तार करा चुका है शिकायतकर्ता

मुरादाबाद, अमृत विचार। डिलारी थाने की दरोगा पिंकी शर्मा को 5,000 रुपये की रिश्वत संग रंगे हाथ गिरफ्तार कराने वाला हसमत का कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले वह ठाकुरद्वारा तहसील के तहसीलदार समेत कुल पांच अधिकारियों को घूसखोरी में गिरफ्तार करा चुके हैं। हसमत अली बढ़ेरा गांव के रहने वाले हैं। दरोगा पिंकी को हसमत ने ही भ्रष्टाचार निवारण संगठन के अधिकारियों संग थाने पहुंचकर घूस के रुपये दिए।

हसमत ने बताया कि घूस के रुपयों के संबंध में उनकी पूर्व में ही पिंकी शर्मा से बातचीत हो गई थी। कुल 25,000 रुपयों में से पहली किश्त में वह 5,000 रुपये देने को राजी हुए थे और ये रुपये सोमवार को ही देने को कहा था। हसमत ने बताया कि सुबह जब वह रुपये लेकर थाने नहीं पहुंचे तो दरोगा पिंकी शर्मा ने उन्हें 11.52 बजे फोन कर कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि घंटे भर में वह थाने पहुंच रहे हैं। जब वह थाने पहुंचे तो दरोगा महिला हेल्प डेस्क वाले चैंबर में बैठी थी। वहां पहुंचकर हसमत ने रुपये दिए तो दरोगा बोली पूरे (5,000 रुपये) हैं, कम तो नहीं हैं...। 

बस जैसे ही उसने रुपये हाथ में लिए कि भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम में शामिल प्रभारी निरीक्षक नवल मांडवा ने उन्हें पीछे कर दिया और दरोगा के हाथ में मौजूद रुपये पकड़कर अपना परिचय दिया तो वह रोने लगी थी। खबर है कि भ्रष्टाचार निवारण संगठन के अधिकारियों ने दरोगा को महिला हेल्प डेस्क से पकड़ा है और वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में रिश्वत लेने से लेकर गिरफ्तारी तक कार्रवाई कैद हो गई है। फुटेज के आधार पर कार्रवाई करने वाले अधिकारियों के पास मजबूत साक्ष्य भी एकत्र हो गए हैं।

पूर्व में भी तहसीलदार, आपूर्ति निरीक्षक, दरोगा-कांस्टेबल को भी पकड़वाया
हसमत अली बताते हैं कि उन्होंने सबसे पहले ठाकुरद्वारा तहसील के तहसीलदार राजीव उपाध्याय को 4 जुलाई 2010 को 5,000 रुपये की रिश्वत के साथ रंगे हाथ भ्रष्टाचार निवारण संगठन के अधिकारियों से गिरफ्तार कराया था। उन्होंने बताया कि उनके घर में निकाह की तैयारियां चल रही थी और घर के पास गड्ढे को पाटने के लिए वह मिट्टी खनन के लिए अनुमति मांग रहे थे। इसमें तहसीलदार ने उनसे 10,000 रुपये मांगे थे। इसमें उन्होंने आधे रुपये दिए थे। इसी तरह उन्होंने 31 जुलाई 2015 को आपूर्ति निरीक्षक नरेश कुमार को भी 5,000 रुपये की रिश्वत संग गिरफ्तार कराया था। 

हसमत ने बताया कि उन्होंने कोटेदार के विरुद्ध शिकायत की थी, इसमें आपूर्ति निरीक्षक जांच करने के लिए घूस मांग रहे थे। इससे पहले हसमत ने वर्ष 2006 में प्रधान कलुवा के जरिए खंड शिक्षा अधिकारी केके राय को भी भ्रष्टाचार निवारण संगठन के अधिकारियों से गिरफ्तार करा चुके हैं। उन्होंने बताया कि 2007 में आपूर्ति निरीक्षक प्रभाकर देव को उन्होंने दोस्त की पत्नी परवीन के माध्यम से रिश्वत के रुपयों संग पकड़वाया था। 2011 में डिलारी थाने के दरोगा महेंद्र पाल और कांस्टेबल शकील अहमद को भी हसमत अपने दोस्त गबरुल खान के माध्यम से गिरफ्तार करा चुके हैं। हसमत ने बताया कि वह तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं और खेती-किसानी करते हैं।

हाल ही में पिंकी का शुभम से हुआ है विवाह
बताया जा रहा है कि दरोगा पिंकी शर्मा वर्ष 2019 बैच की है। इसकी डिलारी थाने में करीब एक साल पहले तैनाती हुई थी। कुछ महीने पहले ही इनका विवाह हुआ है। पिंकी का पति शुभम मेरठ में ही रहकर प्राइवेट जॉब करता है। इनके अभी कोई संतान नहीं है।

इस मामले की विवेचना में घूस लेने में पकड़ी गई पिंकी
दरोगा पिंकी शर्मा जिस मामले की विवेचना में रिश्वत संग गिरफ्तार हुई हैं, उस मामले को भोजपुर के नहटोरा गांव की तबस्सुम ने 24 अक्टूबर को डिलारी थाने में दर्ज कराया था। तबस्सुम की ससुराल चटकाली गांव में है। यह दर्ज एफआईआर दहेज उत्पीड़न व मारपीट से संबंधित है। इसमें दरोगा के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण संगठन में शिकायत दर्ज कराने वाले हसमत भी नामजद है। हसमत तबस्सुम का ममेरा सुसर है। इसके साथ तबस्सुम ने अपने पति फुरकान व सास हारुनिया, देवर रिजवान व इरफान को भी नामजद किया है। तबस्सुम का निकाह छह साल पहले नवी हसन के बेटे फुरकान संग हुआ था। उसके दो बेटे जीशान व हम्माद रजा हैं। ससुराल वाले उसे अतिरिक्त दहेज में 2.50 लाख रुपये के चक्कर में मारते पीटते थे। 23 अक्टूबर को मारपीट कर उसके पति फुरकान ने उसे तीन तलाक दे दिया था।

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