लखनऊ: सर्दी बढ़ते ही शहर में बढ़ी चोरी की वारदात, एक परखारे में दो दर्जन मकान और दुकानों को बनाया निशाना

लखनऊ: सर्दी बढ़ते ही शहर में बढ़ी चोरी की वारदात, एक परखारे में दो दर्जन मकान और दुकानों को बनाया निशाना

विनय शुक्ला, लखनऊ, अमृत विचार। ठंडक का पारा लुढ़के के साथ ही शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों पर तक चोरी की वारदात बढ़ने लगी हैं। एक परखारे में चोरों ने करीब दो दर्जन मकान और दुकानों को निशाना बनाया है। इसी कड़ी में चोरों ने दो मकानों से लाखों की ज्वैलरी और नकदी साफ कर दी। वहीं कई अन्य क्षेत्रों में भी चोरों ने घटनाएं अंजाम दी है।

पहली वारदात : सीसीटीवी फुटेज में चोर कैद

ठाकुरगंज थानाक्षेत्र अन्तर्गत मेहता विहार बालागंज निवासी रामचन्द्र त्रिवेदी ने बताया कि गत 20 नवम्बर को वह पारिवारिक सदस्यों के संग घर पर सो रहे थे। अगली सुबह उन्हें घर का सामान अस्त-व्यस्त और रोजमर्रा की वस्तुएं गायब मिली। पीड़ित ने बताया कि घर में घुसे चोर ने लाखों की ज्वैलरी और नकदी पार कर दी।

दूसरी वारदात: घर की रेलिंग फांद कमरे में घुसे चोर

ठाकुरगंज के लालाबाग, तपोवन कॉलोनी निवासी प्रमोद मिश्रा ने बताया कि गत 15 नवम्बर की शाम तकरीबन 5:43 बजे पत्नी संतोष मिश्र घर के समीप एक मंदिर में दर्शन करने गई थी। वापस लौटने पर उन्हें घर में हुई चोरी की जानकारी हुई। बताया कि चोरों ने घर की रेलिंग फांद कमरे 12 हजार की नकदी और लाखों की ज्वैलरी साफ कर दी। पीड़ित ने पेंटर दिलीप, राजकुमार और राजमिस्त्री विवेक पर चोरी का शक जताते हुए ठाकुरगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।

तीसरी वारदात : घर के बाहर से कार लेकर भागे

वृंदावन योजना- सेक्टर-4, पीजीआई निवासी अमरेंद्र सिंह के मुताबिक, गत 27 अक्टूबर को चोरों ने उनके घर के बाहर खड़ी वैगनॉर चोरी कर ली। वहीं, विभूतिखण्ड के वास्तुखंड निवासी राजकुमारी विश्वकर्मा ने बताया कि 22 नवम्बर की रात करीब सवा एक बजे घर के बाहर खड़ी मारूति जेन को चोर लेकर भाग निकले। काफी खोजबीन करने पर कार कहीं पता नहीं लग सका। इसके बाद पीड़िता ने विभूतिखंड थाने में लिखित शिकायत देते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है।

एक पखवारे में दो दर्जन चोरी के मामले आए सामने

आंकड़ों के मुताबिक, एक पखवारे में करीब दो दर्जन से भी ज्यादा चोरी के मामले पुलिस केस डायरी में दर्ज किए जा चुके हैं। चोरों मकानों और बंद दुकानों से नकदी समेत अन्य सामान पार कर चुके हैं। वर्ष 2022 में ठंडक के समय पुलिस घुमंतू गिरोह का पर्दाफाश किया था। जांच में यह पता कि गिरोह के सदस्य झुग्गी बस्तियों, नवविकसित इलाकों में किराये के कमरों में रहते है। किसी को संदेह न हो इसके लिए कोई ऑटो चलाता है तो कोई ठेला, ई-रिक्शा या पिकअप डाला। इसकी आड़ में आरोपी रेकी के बाद वारदात को अन्जाम देते थे।

ठंडक में यह भी गैंग हो जाते हैं सक्रिय

डीसीपी नार्थ एसएम कासिम आब्दी ने बताया कि वर्ष 2022 में पुलिस ने घुमंतू गिरोह का पर्दाफाश किया था। सर्दियों में यह गिरोह सक्रिय हो जाता है, आमतौर पर दिसम्बर से फरवरी तक यह गिरोह के सदस्य रेकी के बाद वारदात को अंजाम देते हैं। इसके अलावा देवरानी-जेठानी गैंग, हसीना गैंग, ईरानी गैंग भी शादी सीजन या ठंड में एक माह पहले से शहर में सक्रिय हो जाते हैं। दुकान या मकान को निशाना बनाते हैं, जहां से आसानी से प्रवेश कर सकें। सीसीटीवी का डीवीआर भी लेकर जाते हैं।

रात्रि में पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ाई गई है। खासकर ग्रामीण इलाकों, रेलवे पटरी किनारे, झोपड़ पट्टी और किराये पर आने वाले लोगों का ब्योरा जुटाया जाने लगा है। लोगों को किरायेदार का सत्यापन कराने और घरों में सीसीटीवी कैमरा लगाने की सलाह दी जा रही है...उपेंद्र अग्रवाल, संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एंव व्यवस्था।

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