Kanpur Dehat News: पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने BJP को घेरा, अग्निवीरों के नियमितीकरण, बढ़ते अपराध पर ये बोले
कानपुर देहात में पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बीजेपी को घेरा।
कानपुर देहात में पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बीजेपी को घेरा। इस दौरान उन्होंने आगामी चुनाव को साधते हुए भाजपा को जमकर घेरा।
कानपुर देहात, अमृत विचार। संविधान बचाने के लिए अगर कोई जोखिम उठाने को तैयार है तो यही लाल टोपी के लोग हैं। यह संविधान दिवस हमे बताता है कि अगर हमारा संविधान बचा रहेगा तो इससे हमारे वोट देने का अधिकार बना रहेगा। लोग इस बात को महसूस नहीं करते होंगे कि अगर संविधान नहीं बचेगा तो क्या होगा और कानपुर के लोगों को इससे बेहतर समझाया नहीं जा सकता है। यह बात रविवार को माती में सपा की संविधान बचाओ भागीदारी पाओ महारैली में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कही।
उन्होंने मड़ौली कांड की याद ताजा करते हुए कहा कि मैं याद करता हूं वो दिन, जिस समय झोपड़ी में आग लगाकर मां और बेटी की हत्या कर दी गई थी। आपको याद है कि नहीं याद है। इसी जिले में एक मां-बेटी अपने न्याय की मांग कर रही थी। सरकार के अधिकारियों के सामने झोपड़ी में आग लगी और उनकी जान चली गई।
उनके मान और सम्मान के लिए किसी को चिंता नहीं रही। उस समय सरकार के डिप्टी सीएम ने परिवार के बेटे से कहा था कि हम तुम्हारे परिवार के है। उप मुख्यमंत्री का वह वीडियो मैने भी देखा था। वो गिड़गिड़ा रहे थे, उसी परिवार के सामने और कह रहे थे कि मैं तब तक शांत नहीं बैठूंगा। जब तक न्याय न दिला दूं। क्या उस मां-बेटी को न्याय मिल गया।
पूर्व सीएम ने कानपुर की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी के एक नेता ने एक किसान को चेक देकर छह करोड़ की जमीन लिखवा ली। जब उस किसान को पता चला कि उसकी जमीन की कीमत ज्यादा हो सकती है। लेकिन बीजेपी नेता ने किसान को चेक में गड़बड़ी बताकर चेक लेकर फाड़ दी और दोबारा नहीं दी। आज भी परिवार अधिकारियों के चक्कर काट रहा है।
मजबूरन उस किसान को जान देनी पड़ी। क्या उस परिवार के साथ सरकार खड़ी हुई। इसी तरह लखनऊ में ही एक पुलिस अधिकारी की जान ले ली गई या चली गई। तो जांच में लगे पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्होंने चार सौ सीसीटीवी देखी और अपराधी को चप्पल से पहचान लिया। इसके बाद हत्यारे को पकड़ लिया।
अगर चार सौ सीसीटीवी खंगालने के बाद अपराधी को पकड़ा गया हो तो मैं उसी सरकार से कहना चाहूंगा कि केवल दस सीसीटीवी रास्ते के खंगाल लेना कि गाड़ी कैसे पलटी थी। उसकी पोल खुल जाएगी। सपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार के लोग न कानून को मानते हैं और न ही संविधान को। अगर यह लोग 2024 में दोबारा सरकार में आ गए तो यह किसी की परवाह नहीं करेंगे। यह घटनाएं इसलिए बता रहा हूं कि बीजेपी की सरकार में न्याय नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के वादे के बावजूद बुंदेलखंड में डिफेंस कॉरिडोर भी नहीं बना।
साथ ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को झूला झूलने लायक बना दिया। सपा प्रमुख ने अग्निवीर भर्ती, छुट्टा मवेशियों की समस्या समेत अन्य मुद्दों पर भी सरकार को घेरा। इस दौरान सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम, कानपुर से आए सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी, पूर्व सांसद राजाराम पाल, सियाराम पाल, जिलाध्यक्ष अरुण यादव, पूर्व एमएलसी दिलीप सिंह कल्लू, पूर्व जिलाध्यक्ष वीरसेन यादव, हाजी फैजान खान, अनूप सिंह जादौन समेत बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
भोगनीपुर की चांदी चोर पुलिस का जिक्र कर गए पूर्व सीएम
महारैली के दौरान पूर्व सीएम ने ने कहा कि जो सौ नंबर पुलिस को दिया था। उसे भाजपा ने 112 कर दिया। अभी तक पुलिस चोर को पकड़ती थी। लेकिन कानपुर देहात में पुलिस ने चांदी चोर पुलिस को पकड़ा था। भाजपा सरकार ने पूरे नोट बंद कर भ्रष्टाचार व आतंकवाद खत्म करने की बात कही थी। लेकिन भ्रष्टाचार बंद नहीं हुआ। क्रिकेट मैच को लेकर पूर्व सीएम ने कहा कि अगर मैच ग्रीन पार्क या लखनऊ में होता तो जरूर जीत जाते।
सपा नेताओं ने नहीं दिखा अनुशासन
रविवार की दोपहर संविधान बचाव भागीदारी पाओ रैली में पहुंचे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को मंच पर पार्टी के नेताओं ने अपने साथ लाए उपहार देने की जल्दबाजी करते हुए घेर लिया। जिससे अफरा-तफरी का माहौल हो गया। वहीं जिलाध्यक्ष के बार-बार कहने के बाद भी नेताओं द्वारा पूर्व सीएम को उपहार देने के लिए होड़ मची रही।
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलने को नेताओं में मची होड़
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के मंच पर पहुंचते ही अचानक मंच पर बैठे सभी नेताओं ने उन्हें घेर लिया। जिसपर उनके कमांडो ने मोर्चा संभालते हुए नेताओं को क्रमानुसार मिलने के लिए कहा। इसके बावजूद कमांडो के साथ नेताओं द्वारा जबरन पूर्व सीएम तक पहुंचने को लेकर नोकझोंक होती रही।
