काशी में 100 दिन के अंदर शिवाजी और पंडित गागाभट्ट की प्रतिमा का होगा अनावरण: केशव मौर्य
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के एमपी थियेटर खेल मैदान में आयोजित 6 दिवसीय जाणता राजा महानाट्य मंचन के समापन समारोह में हजारों की संख्या में दर्शकों ने मंत्रमुग्ध होकर नाटक देखा और जय भवानी जय शिवाजी के जयघोष नारे लगाते रहे। वीर शिवाजी महाराज के जन्म से लेकर छत्रपति बनने तक की ऐतिहासिक गौरव गाथा को 3 घंटे के अंदर सेवा भारती के तत्वाधान में आयोजित महानाट्य में समेटने का प्रयास दिव्यता से भरपूर भव्य एवं अद्भुत रहा।
नाटक के आरंभ में बताया गया कि यह 1143वां मंचन था। 300 से अधिक कलाकारों की स्टारकास्ट, बहुमंजिला सेट, लकदक करती कॉस्टयूम, सुरम्य संगीत, चकाचौंध प्रकाश व्यवस्था, हाथी, ऊंट, घोड़े पर सवार सैनिक और संगीत गीत से सजे महानाट्य को खचाखच भरी हजारों दर्शकों ने मंत्रमुग्ध होकर देखा। नाटक में कथ्य दर्शाने के लिए संवाद से अधिक गीतों का प्रयोग किया गया। सूत्रधार के माध्यम से भी घटनाओं का सजीव चित्रण किया गया।

रिकॉर्ड संवाद, गीत और बैकग्राउंड संगीत के बीच सभी कलाकारों के लिप्स मूवमेंट की टाइमिंग बेहतरीन रही। मराठी नृत्य और मराठी गानों के तालमेल ने जाणता राजा महानाट्य को शानदार बना दिया। इस महानाट्य में गोंधल, पोवडा, अभंगा और लवानी जैसे लोकगीतों को शामिल किया गया है।
सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य, सम्राट अशोक से लेकर वीर शिवाजी महाराज, देवी अहिल्याबाई, सरदार वल्लभभाई पटेल और यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समय-समय पर देश को संकट से उबारने कार्य किया है और परिस्थितियों को समझकर विपरीत माहौल में विधर्मियों से लड़ा और भगवा ध्वज को फहराया है।
जाणता राजा का अर्थ बुद्धिमान और दूरदर्शी राजा होता है, छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक काशी के वेद मूर्ति विद्वान पंडित गागा भट्ट ने ही कराया था। उक्त विचार उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने महानाट्यमन्चन के छठे दिन मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये।
उन्होंने वाराणसी के महापौर अशोक तिवारी से कहा कि आशा है कि 100 दिन के अंदर शिवाजी महाराज और पंडित गागाभट्ट की प्रतिमा का काशी में लगा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि आज भारतीय चिंतन परम्परा को गहराई से अध्ययन की आवश्यकता है।
मैदान में उपस्थित जन समूह को देखकर उन्होंने काशी प्रान्त प्रचारक रमेश की खूब सराहना की और कहा कि आप के संगठन कौशल के कारण यह कार्यक्रम इतिहास रचने जा रहा है। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हिंदू साम्राज्य की स्थापना करने वाले शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित महानाट्य से समाज में युवा शक्ति को प्रेरणा लेकर उनके जैसा व्यक्तित्व निर्मित करना चाहिए।
भारत रत्न महामना मदन मोहन मालवीय के इस प्रांगण में आकर गर्व का अनुभव कर रहा हूँ।इस भाव भूमि में आने का अवसर प्रदान करने के लिए सेवा भारती के प्रांत अध्यक्ष श्री राहुल सिंह का विशेष आभार व्यक्त किया।उन्होंने कहा कि काशी के धरती पर आज अयोध्या राममंदिर की की चर्चा करना चाहता हूं।
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