हल्द्वानी: घरवालों से बोला था झूठ, मौत ने खोल दिया राज 

एचसीएल टैक के 22 कर्मी बहाना बनाकर निकले थे सैर-सपाटे पर

हल्द्वानी: घरवालों से बोला था झूठ, मौत ने खोल दिया राज 

हल्द्वानी, अमृत विचार। घरवालों से झूठ बोलकर सैर-सपाटे पर निकले एचसीएल टैक कंपनी के कर्मियों का राज दो लड़कियों की मौत ने फाश कर दिया। रविवार शाम कंपनी के 22 कर्मचारियों (चालक समेत) से भरी बस प्रिया बैंड पर हादसे का शिकार हो गई। हादसे में सयोनी दुबे (28 वर्ष) और जया शाक्य (23 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई। सोमवार पोस्टमार्टम के बाद दोनों शव पुलिस ने परिजनों के सुपुर्द कर दिए। 

सेक्टर 126 नोएडा उत्तर प्रदेश स्थित एचसीएल टैक कंपनी में काम करने वाले 21 लोगों का दल बीते शनिवार को नैनीताल घूमने आया था। दल में 14 लड़के और 7 लड़कियां थी। रविवार शाम टेंपो ट्रैवलर संख्या यूपी 16 ईटी 6080 से वापस लौटते समय प्रिया बैंड के पास पलट गया। जिसमें सयोनी दुबे (28 वर्ष) और जया शाक्य (23 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई।

दोनों के शव गाड़ी के अंदर ही बुरी तरह से कुचल गए। इस हादसे में अभिरोम, छवि निवासी साकेत दिल्ली, सागर भौलवाल, दीपक, पारस निवासी चंदनवन मथुरा, पवन कुमार निवासी करनाल हरियाणा बुरी तरह घायल हुए। घायलों को सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय लाया गया और जब यहां सामान्य घायलों से पूछताछ की गई तो वह अपने नाम-पते बताने से गुरेज करने लगे। पुलिस ने दबाव डाला तो पता लगा कि वह घर से झूठ बोलकर निकले थे।

घरवालों ने सभी ने कहा था कि वह कंपनी के काम से बाहर जा रहे हैं और यहां नैनीताल सैर-सपाटे पर आ गए। सच बोलने की मजबूरी तब हुई जब दो युवतियों की मौत हो गई और जया का तो सिर धड़ से अलग हो गया। पुलिस ने गाड़ी काट कर दोनों युवतियों के शव बाहर निकले थे। सोमवार मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में दोनों युवतियों सयोनी दुबे (28) और जया शाक्य (23) का पोस्टमार्टम किया गया। 

पोस्टमार्टम में परिजनों ने किया हंगामा
हल्द्वानी : पोस्टमार्टम में मृतकों के परिजनों और एचसीएल टैक कंपनी के अ​धिकारी ने पटवारी दीपक टम्टा के सामने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि वह सुबह आठ बजे से मोर्चरी के चक्कर मार रहे हैं। 11:40 तक उनके शव नहीं दिए गए हैं। शव देने के बाद मृतकों का आधार कार्ड नहीं दिया जा रहा है। इसके बाद इसको लेकर हंगामा भी हुआ। बताया जा रहा है कि पोस्टमार्टम कराने जो पुलिस एसआई आई थी वह कोर्ट चली गई। इस कारण आधार कार्ड देने में देरी हुई।