लखनऊ: पर्यटन निदेशालय में हुआ मेरा शहर मेरा इतिहास रिपोर्ट का विमोचन
यूपी के पर्यटन और विरासत को बढ़ावा देने का लक्ष्य
लखनऊ, अमृत विचार। 'मेरा शहर मेरा इतिहास'' कार्यक्रम की रिपोर्ट का विमोचन आज पर्यटन निदेशालय में किया गया। ‘इतिहास’ एक शैक्षिक ट्रस्ट है जो देश में एतिहासिक शिक्षा और जिम्मेदार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक अग्रणी संस्था के रूप में कार्यरत है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में विरासत शिक्षा कार्यक्रम के तहत स्कूली छात्र-छात्राओं के बीच स्थायी पर्यटन और विरासत जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए निरंतर सत्र आयोजित करता रहता हैं।
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के सहयोग से ‘मेरा शहर मेरा इतिहास’ कार्यक्रम 2022-23 और 2023-24 में लखनऊ, वाराणसी गोरखपुर, प्रयागराज और झांसी समेत 5 शहरों में आयोजित किया गया। इन शहरों से करीब 20,800 छात्रों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम स्कूली बच्चों को उनके गृह नगरों की सीमाओं के भीतर मौजूद ऐतिहासिक और समृद्ध विरासतों को देखने और उनकी सराहना के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से डिज़ाइन किया गया है।
छात्रों को प्रत्येक टूर से पहले एक ओरिएंटेशन सत्र दिया जाता है उसके बाद उन्हें स्मारक व किले या अन्य किसी हेरिटेज इमारत के भ्रमण पर ले जाया जाता है। ओरिएंटेशन के दौरान छात्रों को विरासत संबंधी जानकारी दी जाती है। छात्रों को स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता के माध्यम से शहर की जानकारी और एतिहासिक पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम ने पर्यटन निदेशालय में 'मेरा शहर मेरा इतिहास'' रिपोर्ट को जारी किया।
इस अवसर पर अन्य पर्यटन अधिकारी और मीडिया मित्र मौजूद थे। उन्होंने कहा प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन के अलावा यहाँ बुंदेलखंड है जहां समृद्ध ऐतिहासिक धरोहरों के साथ आधुनिक बांध व दर्शनीय डैम मौजूद है तो दूसरी तरफ बुद्ध सर्किट में प्रसिद्ध बौद्ध स्थल है जिसे देखने के लिए विश्वभर से श्रद्धालु यूपी आते हैं।
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