बदायूं: पोषाहार तैयार करने को छह विकास खंडों में लगे प्लांट
बदायूं, अमृत विचार: आंगनबाड़ी केंद्र पर धात्री, माताओं और बच्चों को महिला स्वयं समूहों द्वारा स्थानीय स्तर पर तैयार किया गया पोषक आहार मिल रहा है। समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनको रोजगार देने के उद्देश्य से जिले के छह ब्लाकों में टेक होम राशन प्रोजेक्ट चालू किया गया है। इनमें तीन प्लांटों में काम शुरु हो चुका है। शेष तीन जल्द ही शुरू होने वाले हैं। इन प्लांटों से भी समूह की महिलाओं द्वारा बनाया पोषक आहार आंगनबाड़ी केंद्रों तक पहुंचाया जाएगा।
अब से छह माह पूर्व तक आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पैकेटबंद पोषक आहार की आपूर्ति की जाती है। इसमें कई बार धांधली भी सामने आती रही। इसके शासन द्वारा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कदम उठाया गया।
टेक होम राशन प्रोजेक्ट के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा पोषाहार तैयार करने की पहल शुरू की गई। इसके तहत प्रत्येक विकास खंड में एक एक प्लांट लगाने का प्लान स्वतः रोजगार विभाग द्वारा कार्ययोजना पर काम शुरू कर दिया गया। प्रथम चरण में तीन विकास खंड़ों म्याऊं, दातागंज और सालारपुर में प्लांटों को शुरू किया गया। इनके सफल संचालन के बाद अब आसफपुर, अंबियापुर और उझानी में भी प्लांट शुरू होने जा रहे हैं।
इन्हें शुरू करने के लिए महिला समूह से तीस हजार रुपये अंशदान की राशि ली गई है। अन्य की तरह ही इन प्लांटों को भी महिलाएं संचालित करेंगी। इसमें क्षेत्र के समूह में शामिल अधिकतर महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा। यही नहीं इन प्लांट से मिलने वाला लाभ भी समूह को मिलेगा। दलिया, लड्डू आदि इन प्लांट पर बनाए जाएंगे, जो जिले में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों पर पहुंचाया जाएगा। इनके शुरू होने से दो सौ से अधिक महिलाओं को रोजगार मिलेगा।
जिले के छह विकास खंडों में पोषाहार तैयार करने के लिए प्लांट लगाए गए हैं। इनमें तीन शुरू हो चुके हैं। तीन को जल्द शुरू कराया जा रहा है। इनके संचालन से क्षेत्र के समूह की महिलाओं को मिलेगा, जिन समूहों से अंशदान की राशि ली गई है, कंपनी से होने वाले लाभ को उसमें भी वितरित किया जाएगा---बृजेश शुक्ल, डीसी एनआरएलएम।
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