Pakistan : अदालत ने कुरैशी की 30 दिन की रिमांड के अनुरोध वाली याचिका पर सुरक्षित रखा फैसला

Pakistan : अदालत ने कुरैशी की 30 दिन की रिमांड के अनुरोध वाली याचिका पर सुरक्षित रखा फैसला

इस्लामाबाद। पाकिस्तान की एक अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी सहयोगी एवं पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी की 30 दिन की रिमांड के अनुरोध संबंधी पुलिस की याचिका पर बृहस्पतिवार को फैसला सुरक्षित रख लिया। मीडिया की एक खबर में यह जानकारी दी गई है। पुलिस ने नौ मई को सैन्य मुख्यालय पर हुए हमले के सिलसिले में जेल में बंद कुरैशी को 30 दिन के लिए हिरासत में दिये जाने का अनुरोध किया है।

 पूर्व विदेश मंत्री कुरैशी (67) को बुधवार को अदियाला जेल से रिहाई के बाद फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था और इस दौरान पुलिस ने उनके साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया। कुरैशी और उनकी पार्टी ने इस कदम को ‘‘अवैध’’ करार दिया है। कथित भ्रष्टाचार के मामले में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख की गिरफ्तारी के बाद जेल में बंद इमरान खान के समर्थकों ने नौ मई को सैन्य और सरकारी प्रतिष्ठानों पर हमले किए थे। 

समाचार पत्र ‘द न्यूज इंटरनेशनल’ की खबर के अनुसार, बृहस्पतिवार को अभियोजन पक्ष के वकील अकरम अमीन ड्यूटी मजिस्ट्रेट सैयद जहांगीर अली के समक्ष पेश हुए और पीटीआई नेता की रिमांड का अनुरोध करते हुए कहा कि आतंकवाद के मामले में 90 दिन तक की रिमांड दी जा सकती है। खबर में अभियोजक के हवाले से कहा गया है कि उन्होंने नौ मई की हिंसा के संबंध में संघीय जांच एजेंसी (एफआईए), पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (पीईएमआरए) और खुफिया एजेंसियों से रिपोर्ट ली है।

 कुरैशी के वकील मलिक इमरान ने अदालत को बताया कि रिपोर्ट में या पीटीआई नेता के भाषण में ऐसा कोई शब्द नहीं है जिसके आधार पर उनके मुवक्किल के खिलाफ मामला दर्ज किया जा सके। खबर के अनुसार, ‘‘दलीलें सुनने के बाद, अदालत ने नौ मई के हमले के संबंध में कुरैशी की 30 दिन की रिमांड के अनुरोध संबंधी पुलिस की याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया।’’

 इस बीच, ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने गवाही देते हुए, कुरैशी ने दावा किया कि पिछले कुछ महीनों के दौरान उन्हें ‘‘मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया।’’ कुरैशी ने यह भी कहा कि वह पवित्र कुरान की कसम खाकर कहते हैं कि वह नौ मई को रावलपिंडी में मौजूद नहीं थे और वह उस दिन कराची में थे। खबर में कुरैशी के हवाले से कहा गया है, ‘‘मैं अपनी पत्नी के साथ आगा खान अस्पताल में था। पीईएमआरए से एक रिकॉर्ड प्राप्त करें, मैं कराची में मौजूद था।’’

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