पीलीभीत: नए साल में युवाओं को मिलेगी डिजिटल लाइब्रेरी की सौगात

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Published By Om Parkash chaubey
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अभी पंचायती राज विभाग की ओर चंदिया हजारा में की गई है शुरुआत, चार लाख मिला बजट

सौरभ सिंह, पीलीभीत।तराई के जिले में नौकरी करने वाले गांवों के युवाओं को अब शहर की दौड़ नहीं लगानी होगी। क्योंकि अब जिले के ग्राम पंचायत और नगर पंचायतों में डिजिटल लाइब्रेरी बनाई जाएगी। इसको लेकर सरकार तेजी से काम कर रही है। पंचायतों में डिजिटल पुस्तकालय खोलने के लिए बजट का प्रावधान किया गया है।

डिजिटल पुस्तकालय खोलने के फैसले से ग्रामीण खुश हैं। क्योंकि अब ग्रामीण युवक गांव में ही प्रतियोगी व अन्य परीक्षाओं की बेहतर तैयारी कर सकेंगे। नए साल में ग्रामीण युवाओं को इसका लाभ मिलेगा। शासन ग्रामीण युवाओं को घर बैठे पठन-पाठन व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की सुविधा उपलब्ध कराने में लगा है। इसलिए शासन ने जिले की 288 ग्राम पंचायत और नगर पंचायत स्तर 28 जगह  एक-एक डिजिटल लाइब्रेरी खोलने का निर्णय लिया है। लाइब्रेरी के लिए  चार लाख रुपये का बजट आवंटित किया जाएगा।

जिसका निर्माण पंचायती राज विभाग और माध्यमिक शिक्षा विभाग को जिम्मेदारी दी गई है। इसकी स्थापना के  लिए समिति का गठन किया गया है। डिजिटल लाइब्रेरी खुल जाने से बच्चों को परीक्षा की तैयार करने में आसानी हो जाएगी। खासकर शारदा पार वाले इलाकों को चिन्हित किया जा रहा है। बता दें कि ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को शहर में आने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

ऐसे में अभी मॉडल के रूप में पूरनपुर ब्लाक के चंदिया हजारा गांव को चिन्हित किया जा चुका है। इस डिजिटल लाइब्रेरी में सामान्य ज्ञान, विभिन्न क्षेत्रों की प्रतियोगी पुस्तकें रहेंगी। पुस्तकालय को अंदर से सुसज्जित और आकर्षक बनाया जाएगा।  किताबें पढ़ने के  लिए अलग-अलग डेस्क बोर्ड बनेंगे। साथ ही रोशनी की भी पर्याप्त  व्यवस्था रहेगी। इंटरनेट की सुविधा भी दी जाएगी ताकि कंपटीशन की तैयारी कर रहे अभ्यार्थी ऑनलाइन भी पढ़ाई कर सकें। इसके अलावा एक सॉफ्टवेयर अपलोड किया जाएगा।

जिसमें किताबों का डेटा फीड होगा। जिसकी मदद से यह आसानी से पता चल जाएगा। कि कौन सी पुस्तक कहां  रखी है। जिससे निकलने में आसानी होगी।  लाइब्रेरी में किताबों के साथ कंप्यूटर, वाई-फाई समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। वहीं, बच्चों को वर्चुअल शिक्षा भी दी जा सकती है। चंदिया हजारा की लाइब्रेरी की शुरुआत कर दी गई है।

जहां ग्रामीण युवाओं को लाभ मिल रहा है। लाइब्रेरी समय से खोली जाएगी ताकि बच्चे पढ़ सकें और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सके। इन लाइब्रेरियों के खुलने से शिक्षा के स्तर में सुधार आएगा। अब बच्चों को कोचिंग के लिए बड़े शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। उनके गांवों में ही लाइब्रेरी की सुविधा मिलने से वे तैयारी कर सकेंगे।

शासन के निर्देश ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को बेहतर शिक्षा मुहैया कराने के लिए 288 ग्राम पंचायतों में डिजिटल लाइब्रेरी खुलेंगी। साथ ही 28 नगर पंचायत भी विस्तार किया जाएगा। इसके लिए रणनीति बनाई जा रही है। जल्द ही उनको विकसित किया जाएगा। जिसका फायदा युवाओं को मिलेगा। - सतीश कुमार,  डीपीआरओ

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