बदायूं: विद्युत सखी बनाने में नाकाम रहा स्वत: रोजगार विभाग
बदायूं, अमृत विचार। महिलाओं की आय के स्रोत बढ़ाने के लिए शासन प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। नई योजनाओं से उन्हें जोड़कर लाभान्वित करने की कोशिश की जा रही है। जिले विभाग के जिम्मेदार शासन प्रशासन के प्रयासों पर पानी फेरने में लगे हुए हैं।
स्वत: रोजगार विभाग को आठ सौ महिलाओं को विद्युत सखी बनाने का लक्ष्य मिला था। लेकिन अब तक मात्र 249 महिलाओं को विद्युत सखी की जिम्मेदारी विभाग दे सका है। जबकि आदेश आए हुए नौ माह का समय गुजर चुका है। इसके बाद भी लापरवाही जारी है।
समूह की महिलाओं की आय बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की ओर से शासन के निर्देश पर समूह की महिलाओं का चयन किया जाना है। योजना के तहत भी तक समूह से विद्युत सखी के रूप में चयनित की गईं 249 महिलाओं से सिर्फ बिलों की वसूली ही कराई जा रही थी। इनके साथ ही इनसे मीटर रीडिंग भी कराई जानी है। गांव में ही विद्युत सखियां बिल जमा कर लेंगी। इससे विद्युत सखियों की आय होगी। विभाग के मुताबिक दो हजार से लेकर 50,000 रुपये तक का बिल जमा कराने पर विद्युत सखियों को 50 रुपये व विद्युत बिल जारी करने पर सखियों को चार से पांच रुपये प्रति बिल मिलेंगे।
साथ ही उपभोक्ताओं को अपना बिल जमा करने के लिए कहीं अन्यत्र नहीं जाना पड़ेगा। इस वित्तीय वर्ष में विभाग को आठ सखियों को विद्युत सखी बनाने का लक्ष्य दिया गया। लक्ष्य मिले नौ माह का समय गुजर चुका है। परंतु विभाग अब तक कुल 249 सखियों को ही विद्युत सखी का दर्जा दिलाने में कामयाब हो सका है। ऐसे में जब जिम्मेदार विभाग स्तर से ही लापरवाही बरती जा रही है तो महिलाओं की आय में कैसे वृद्धि होगी।
आठ सौ महिलाओं को विद्युत सखी बनाया जाना है। अब तक 249 महिलाओं का चयन कर विद्युत बिल जमा कराया जा रहा है। प्रयास लगातार जारी है। जल्द ही लक्ष्य की प्राप्ति कर ली जाएगी।-बृजेश शुक्ल, उपायुक्त स्वत: रोजगार
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