UP: योगी से जान की भीख मांग रहा हिस्ट्रीशीटर, बोला- 22 साल से कोई अपराध नहीं किया, घर के कैमरे बताएंगे हकीकत…

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Published By Nitesh Mishra
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हिस्ट्रीशीटर अशोक यादव उर्फ मुनुआं को कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद घर ले जाया जाएगा।

हिस्ट्रीशीटर अशोक यादव उर्फ मुनुआं को राजकीय मेडिकल कॉलेज से जिला कारागार अनौगी भेज दिया गया है। अब पुलिस उसकी कस्टडी रिमांड की तैयारी कर रही है। कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद उसे घर ले जाया जाएगा, जहां पुलिस और साक्ष्यों की तलाश करेगी।

कन्नौज, अमृत विचार। हिस्ट्रीशीटर अशोक यादव उर्फ मुनुआं को राजकीय मेडिकल कॉलेज से जिला कारागार अनौगी भेज दिया गया तो उसके नाबालिग बेटे अभय उर्फ टिंकू यादव को राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह फतेहगढ़ भेज दिया गया। अब पुलिस उसकी कस्टडी रिमांड की तैयारी कर रही। कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद उसे घर ले जाया जाएगा, जहां से पुलिस और साक्ष्यों की तलाश करेगी। 

विशुनगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम धरनीधरपुर नगरिया में सोमवार को गैर जमानती वारंट लेकर गई पुलिस पर हिस्ट्रीशीटर मुनुआं यादव व उसके बेटे ने फायरिंग कर दी थी, जिसमें विशुनगढ़ थाने की सिपाही सचिन राठी की मौत हो गई थी। शनिवार की देर शाम दोनों को राजकीय मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज कर जेल भेज दिया गया। 

मामले की जांच कर रहे फर्रुखाबाद के अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजय कुमार उसके खिलाफ साक्ष्यों की तलाश में जुट गए हैं। इसके लिए न्यायालय से पुलिस कस्टडी रिमांड लेकर हिस्ट्रीशीटर को उसके घर ले जाया जाएगा, जहां और अधिक साक्ष्य तलाश किए जाएंगे। घटना की सही जांच और आरोप पत्र के तथ्यों के लिए पुलिस सीन रिक्रिएशन भी करेगी।

फोटो-2 कन्नौज

पुलिस के सामने अभी और भी कई सवाल हैं, जिनकी पड़ताल के लिए हिस्ट्रीशीटर को उसके मकान और घटनास्थल पर ले जाया जाना आवश्यक है। बताया गया कि तहसीलदार ने तीन जनवरी तक मकान खाली करने का समय दिया है, पुलिस इससे पहले ही उसे कस्टडी रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। एएसपी फर्रुखाबाद ने बताया कि आईजी कानपुर इस घटना की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। विवेचना में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाएगी। 

योगी से जान की भीख मांग रहा हिस्ट्रीशीटर

सिपाही सचिन राठी की हत्या करने वाले हिस्ट्रीशीटर मुनुआं यादव के चेहरे पर मौत का खौफ साफ दिख रहा था। मेडिकल कॉलेज में जेल जाने से पहले वह मीडिया के सामने जोर-जोर से चिल्लाने लगा कि 22 साल से उसने कोई अपराध नहीं किया। उसके घर में लगे कैमरे हकीकत बता देंगे। उसके पिता व भाइयों की हत्या कर दी गई, लेकिन न्याय नहीं मिला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जांच करवा लें, यदि उसकी गलती हो तो वह पूरी जिंदगी जेल में काटने को तैयार है। बेटा टिंकू यादव भी बाल संप्रेक्षण गृह जाते समय भयभीत दिख रहा था।

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