लखीमपुर खीरी: पहले हिस्ट्रीशीटर से मार खाई, अब उसे पुचकार कोतवाली बुला रही पुलिस
तीन दिनों से पुलिस हिरासत में है हिस्ट्रीशीटर का सहयोगी भाई
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। बेलरायां पुलिस चौकी के सिपाहियों की पिटाई मामले में फजीहत झेल रही तिकुनियां पुलिस का अब एक और कारनामा सामने आया है। तिकुनिया पुलिस तीन दिन से हिरासत में मौजूद हिस्ट्रीशीटर के सहयोगी भाई से उसे बुला रही है। तीन दिन बाद भी अपने ही हमलावर को खोज पाने में असफल रहने वाली पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में हैं।
थाना सिंगाही क्षेत्र के हरद्वाही बाजार चौराहा पर रविवार की शाम करीब चार बजे हिस्ट्रीशीटर सोनू ने कोतवाली तिकुनियां की बेलरायां पुलिस चौकी के सिपाही संजीव कुमार और सोविंद्र कुमार को दौड़ा दौड़ा कर पीटा था। सिपाहियों की पिटाई के बाद से पूरे क्षेत्र में अपराधियों की दहशत व्याप्त है। अपने ही जवानों की पिटाई के बाद भी स्थानीय पुलिस इसे दबाने के प्रयास में जुट गई थी। इतना ही नहीं वारदात की सूचना सीओ से लेकर एसपी तक को नहीं दी।

इतना ही नहीं इंस्पेक्टर ने सिपाहियों की तहरीर लेना तो दूर उनका मेडिकल परीक्षण तक नहीं कराया और आनन फानन में बस चालक से तहरीर लेकर हिस्ट्रीशीटर सोनू पुत्र साकिर, सलमान पुत्र तैय्यब और तहबुद्दीन पुत्र तैय्यब निवासी तकियापुरवा समेत तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर पल्ला झाड़ लिया, जबकि मौके पर पहुंचे सीओ निघासन यादवेंद्र सिंह की जांच में सिपाहियों की पिटाई होने की पुष्टि भी हुई थी। सीओ ने तत्काल तो तेजी दिखाई और तिकुनियां, सिंगाही समेत भारी पुलिस बल के साथ हिस्ट्री शीटर और उसके दो अन्य साथियों के घर पर दबिश दी थी, लेकिन आरोपी पुलिस के हाथ नहीं आए थे।
सीओ ने पुलिस के काफी नजदीकी रहे हिस्ट्री शीटर के एक भाई को हिरासत में लिया था, जो तीसरे दिन भी कोतवाली तिकुनियां पुलिस की हिरासत में है। सीओ के जाने के बाद पुलिस की कारवाई फिर पुराने ढर्रे पर आ गई। तीन दिन में स्थानीय पुलिस ने न तो आरोपियों के घरों पर कोई दबिश दी और न ही उसे गिरफ्तार करने की कोई ठोस रणनीति बनाई। पुलिस तीन दिनों से हिरासत में मोजूद उसके भाई पर दबाव बनाकर आत्मसमर्पण कराने का प्रयास कर रही है। भरोसेमंद पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस हिरासत में मोजूद हिस्ट्रीशीटर का भाई चौकी बेलरायां पुलिस के सिपाहियों का मुंह लगा है। अपने भाई के बल पर ही हिस्ट्रीशीटर सोनू खुलेआम घूम रहा है।

साक्ष्य जुटाने में भी लापरवाही, नहीं खंगाले सीसीटीवी फुटेज
लखीमपुर खीरी। हरद्वाही बाजार के मुख्य चौराहा पर जिस जगह सिपाहियों को पीटे जाने की वारदात हुई। उसके आसपास की कुछ दुकानों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। इसके अलावा घटना स्थल से करीब 50 मीटर की दूरी पर इंडियन बैंक और आर्यावर्त बैंक की शाखा है। यह शाखाएं भी सीसीटीवी कैमरों से लैस हैं। इन कैमरों में कैद होने वाली घटना की तस्वीर स्थानीय पुलिस के झूठ का खुलासा कर सकती है। शायद यही वजह है आरोप सिद्ध होने में अहम भूमिका निभाने वाली सीसीटीवी फुटेज को पुलिस ने अभी तक नहीं खंगाला है। महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र न करना स्थानीय पुलिस की मंशा पर कई सवाल भी खड़ा कर रहा है।
हिस्ट्रीशीटर का भाई पुलिस हिरासत में है। उस पर आरोपी को थाने में बुलाने के लिए कहा गया है। बयान, साक्ष्य यह सब विवेचना का हिस्सा है। सभी कारवाई विवेचना में की जाएगी- मनोज कुमार प्रभारी निरीक्षक कोतवाली तिकुनियां।
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