बदायूं: कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों का किया जाएगा मूल्यांकन 

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Published By Vikas Babu
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शिक्षक, वॉर्डेन, रसोइया के कामों की होगी समीक्षा  

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बदायूं, अमृत विचार: परिषदीय स्कूलों के बाद अब कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों का भी मूल्यांकन होगा। इसमें विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों, वॉर्डेन रसोइया के कामों की समीक्षा की जाएगी। वहीं वित्तीय कार्य के आधार पर लेखाकारों का भी मूल्यांकन किया जाएगा। शासन ने इसके लिए परफॉर्मेंस इंडिकेटर भी तय करते बीएसए को निर्देश दिए हैं। 

कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में अक्सर गड़बड़ियों की शिकायतें आती हैं। योजनाओं का संचालन ठीक से करने और कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए अब इन विद्यालयों का मूल्यांकन शुरू किया जा रहा है। इसके लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने बीएसए को निर्देश जारी किए हैं।

महानिदेशक द्वारा जारी किए गए निर्देशों में कहा गया है कि छात्राओं की नामांकन के सापेक्ष उपस्थिति, स्टाफ की उपस्थिति, छात्राओं का निपुण मूल्यांकन, खेलकूद और शैक्षिक गतिविधि, अवस्थापना सुविधा, वित्तीय कार्य और सुरक्षा का मूल्यांकन किया जाएगा।

वित्तीय कार्य के आधार पर लेखाकारों का मूल्यांकन किया जाएगा। वहीं रसोइयों का सफाई के आधार पर मूल्यांकन होगा। महानिदेशक शिक्षा का आदेश प्राप्त होने के बाद बीएसए ने डीसी बालिका शिक्षा व स्कूलों के वार्डेन और अन्य कर्मचारियों को स्कूल में होने वाली गतिविधियों में सुधार करने के आदेश दिये हैं।

110 अंकों का होगा मूल्यांकन
महानिदेशक शिक्षा के जारी निर्देशों के अनुसार  वॉर्डेन मूल्यांकन 110 अंकों में होगा। इसमें लक्ष्य के सापेक्ष प्रवेश, प्रेरणा पोर्टल पर प्रतिदिन उपस्थिति, निपुण असेसमेंट टेस्ट, परीक्षा परिणाम, अवस्थापना सुविधाएं और स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराने इत्यादि के अंक शामिल होंगे। वहीं 80-100 अंक वालों को उत्कृष्ट श्रेणी, 60-79 अंक को उत्तम श्रेणी, 50-59 को संतोषजनक श्रेणी और 50 से कम अंक वाले को असंतोषजनक श्रेणी में रखा जाएगा।

जिले में संचालित हैं 18 बॉ स्कूल
जिले में 18 कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल संचालित हैं। इनमें 15 ग्रामीण क्षेत्र और तीन नगरीय क्षेत्र में स्कूलों का संचालन हो रहा है। इन स्कूलों में पढ़ रही 1800 छात्राओं को निशुल्क सुविधाएं मुहैया कराई जाती है। इन सुविधाओं में अक्सर गोलमाल करने की शिकायतें होती रहती हैं। इसी को देखते हुए शासन स्तर से मूल्यांकन कराने का निर्णय लिया है।

कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूलों का मूल्यांकन होना है। इसके निर्देश प्राप्त हो गये हैं। इन स्कूलों के शिक्षकों और वॉर्डेन  को छात्राओं की उपस्थिति नियमित दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। मूल्यांकन के बाद उत्कृष्ट कार्य करने वाली वार्डेन और शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा---स्वाती भारती, बीएसए।

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