रायबरेली: सलोन नगर पंचायत अध्यक्ष का जाति प्रमाण पत्र निरस्त, चेयरमैन पद पर संकट

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Published By Sachin Sharma
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पिछड़ा जाति प्रमाण पत्र लगाकर लड़ा था निकाय चुनाव 

रायबरेली। सलोन नगर पंचायत में एक राजनीतिक भूचाल की स्थिति बन गई है। नगर पंचायत अध्यक्ष ने चुनाव के दौरान जो जाति प्रमाण पत्र नामांकन पत्र के साथ दाखिल किया था उसे डीएम ने निरस्त कर दिया है। असल में सलोन नगर पंचायत की सीट पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित थी और उस पर वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष ने गलत जाति प्रमाण पत्र लगाकर चुनाव जीता था। पिछले कई सालों से इसे लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। डीएम ने सभी तथ्यों को देखने के बाद नगर पंचायत अध्यक्ष के जाति प्रमाण पत्र को पिछड़ा वर्ग श्रेणी का न मानकर निरस्त कर दिया है।

गौरतलब है कि चंद्र शेखर रस्तोगी पुत्र राम लखन रस्तोगी नगर पंचायत सलोन के अध्यक्ष हैं। शिकायतकर्ता ओम प्रकाश द्वारा तहसीलदार सलोन को शिकायती पत्र दिया गया था जिसमें आरोप लगाया था कि चंद्र शेखर रस्तोगी पुत्र राम लखन रस्तोगी द्वारा 23 सितंबर 2014 को गलत तरीके से 280731408198 नंबर से जाति प्रमाण पत्र बनवाया गया है। यह प्रमाण पत्र पिछड़ी जाति का था। बताया कि रस्तोगी परिवार हमेशा से सामान्य रहा लेकिन चंद्र शेखर रस्तोगी से कूटरचित कर पिछड़ा जाति का प्रमाण पत्र बनवा लिया। इस पर तहसीलदार सलोन द्वारा जांच कर चंद्र शेखर रोस्तोगी, राम लखन रस्तोगी, मनोज रस्तोगी, निधि रस्तोगी के जाति प्रमाण पत्रों को निरस्त करने की रिपोर्ट डीएम को 16 अप्रैल 2023 को दी। इसके लिए 8 जून 2023 को सुनवाई के लिए दोनों पक्षों को बुलाया गया था। समिति को चंद्र शेखर रस्तोगी द्वारा अवगत कराया गया कि वह स्वर्णकार जाति के हैं और उनका पुश्तैनी कारोबार सोनार का है। इस दौरान बताया गया कि स्वर्णकार जाति के लोग सरनेम अलग-अलग उपयोग करते हैं। वहीं इस दौरान चंद्र शेखर रस्तोगी द्वारा अपने रिश्तेदार विजय रस्तोगी, सोनिया रस्तोगी, देवाशीष रस्तोगी के जाति प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत किए गए।

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वहीं शिकायतकर्ता ओम प्रकाश ने बताया कि चंद्र शेखर रस्तोगी सामान्य जाति के हैं और 17 अप्रैल 2023 को तहसील द्वारा इनका पिछड़ा वर्ग का जाति प्रमाण पत्र निरस्त किया गया है। जब चंद्रशेखर रस्तोगी ने 2017 में नगर पंचायत का चुनाव लड़ा था तो उस दौरान जाति प्रमाण पत्र पर सामान्य अंकित किया था। शैक्षिक प्रमाण पत्रों में भी रस्तोगी ही अंकित है। वर्ष 2023 के नगर निकाय के चुनाव से पूर्व पिछड़े वर्गों का रैपिड सर्वे कराया गया। जिससे स्पष्ट था कि रस्तोगी परिवार की गणना सामान्य परिवार में हुई थी। 13 अप्रैल 2023 को स्वर्णकार जाति के प्रमाण पत्र को प्रस्तुत करने के लिए चंद्र शेखर रस्तोगी को निर्देश दिए गए थे लेकिन वह कोई साक्ष्य नहीं प्रस्तुत कर सके। मामले में चंद्रशेखर रस्तोगी के जाति के संबंध में प्राथमिक विद्यालय सलोन की प्रधानाध्यापिका द्वारा जाति संबंधी साक्ष्य भी उपलब्ध कराया गया। वहीं चंद्र शेखर रस्तोगी के पुत्र शिवम रस्तोगी के जाति प्रमाण पत्र को लेकर जिला समाज कल्याण अधिकारी द्वारा जो साक्ष्य दिए गए उसमें शिवम को सामान्य जाति का बताया गया। मामले में जांच समिति के सामने यह तथ्य सामने आया कि रस्तोगी परिवार द्वारा ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र का उपयोग किया जा रहा है। पिछड़ा वर्ग का जाति प्रमाण पत्र कूटरचित है। तहसीलदार सलोन द्वारा इसकी रिपोर्ट डीएम को दी गई जिस पर डीएम हर्षिता माथुर ने नगर पंचायत चेयरमैन चंद्र शेखर रस्तोगी के पिछड़ा जाति से संबंधित प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया।

चुनाव में अली अहमद को हराया था

नगर पंचायत के चुनाव में चंद्र शेखर रस्तोगी ने पहले 2017 में हाथ आजमाया लेकिन सफल न होने पर 2023 में निर्दलीय चुनाव लड़ा। इस दौरान निर्दलीय चंद्र शेखर रस्तोगी को  4695 मत मिले थे तथा वह विजयी हुए थे। वहीं रनर अली अहमद थे जिन्हें 2728 मत मिले थे।

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