Special Story : एक साल में 8547 लोग बने कुत्तों के शिकार, प्रशासन बेपरवाह
कुत्तों ने वर्ष 2022 के सापेक्ष वर्ष 2023 में अधिक लोगों को बनाया निशाना, पालिका अधिकारी नहीं दे रहे कुत्तों को पकड़वाने पर कोई ध्यान
जिला अस्पताल में एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगवाती छात्रा।
रामपुर, अमृत विचार। जिले में वर्ष 2023 में 8547 लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा है। सभी एंटी रैबीज के इंजेक्शन लगवा दिए गए। कुत्तों ने वर्ष 2022 के सापेक्ष वर्ष 2023 में लोगों को अधिक निशाने पर लिया है। पालिका अधिकारी कुत्तों को पकड़वाने पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैंं। जनपद में आवारा कुत्तों का खौफ दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है। वर्ष 2023 में 8547 रोगियों को उपचार दिलाया गया। जबकि वर्ष 2022 में 7311 लोगों ने इंजेक्शन लगवाए थे। यानि 1236 लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है। इन आंकड़ों के हिसाब से प्रतिदिन की ओपीडी में 100 रोगियों के इंजेक्शन लगे हैं।
शहर में आवारा कुत्तों को पकड़वाने के लिए नगर पालिका के अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिसकी वजह से गली, मोहल्लों और प्रमुख चौराहों पर झुंड नजर आ रहे हैं। इनको खड़ा देख लोग अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। यह आते-जाते राहगीरों को देखकर भौंक रहे हैं और पीछे भागकर जख्मी कर रहे हैं। जिससे कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। यह आलम तब है कि पिछले दिनों पालिका की ओर से कैचल कैटर वाहन और कुत्तों का बधियाकरण कराए जाने के लिए बरेली की टीम का 42 लाख रुपये का ठेका हो चुका है।
इसके बाद शहर की गली-मोहल्लों में आवारा कुत्तों का झुंड नजर आ रहे हैं। खूंखार कुत्ते लोगों को काटकर जख्मी कर रहे हैं। कैचल कैटर वाहन शहर में कुछ दिन के लिए तो दिखाई दिया। लेकिन कई दिनों से सड़कों पर नजर नहीं आ रहा है। जिला अस्पताल फार्मासिस्ट सरिता ने बताया कि वर्ष 2023 में 8547 लोगों ने एंटी रैबीज के इंजेक्शन लगे हैं। यह इंजेक्शन माह में चार बार लगाए जाते हैं। वर्ष 2022 के सापेक्ष वर्ष 2023 में 1236 अधिक लोगों की ओपीडी हुई है।
पनवड़िया में चार कमरों का बनाया गया है अस्पताल
बधियाकरण कराए जाने के लिए बरेली की टीम को चार कमरों का अस्पताल पालिका की ओर से दिया गया है। गली-मोहल्ले में खड़े आवारा कुत्तों को पकड़कर सर्जरी कराकर दो से तीन को रखा जाता है। उसके बाद जिस क्षेत्र से कुत्तों को पकड़ा गया, उन्हे वहीं दोबारा से छोड़ दिया जाता है। ठेका हुए एक माह से अधिक का समय गुजर चुका है लेकिन मजे कि बात यह है कि अब तक कितनों का बधियाकरण हो चुका है इसके बारे में पालिका अधिकारियों को जानकारी ही नहीं है।
साल दर साल आंकड़े
- साल केस
- 2021- 7353
- 2022- 7311
- 2023 -8547
आवारा कुत्तों का बधियाकरण कराए जाने के लिए बरेली की कंपनी द्वारा ठेका हुआ है इसके लिए पनवड़िया के पास पालिका के भवन में बधियाकरण कराया जा रहा है। अब तक कितनों की सर्जरी हुई है इसके बारे में जानकारी कराई जा रही है।- दुर्गेश त्रिपाठी, ईओ नगर पालिका परिषद।
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