Kanpur News: साइबर ठगों ने बनाया महिला को निशाना... मात्र तीन मिनट के भीतर छह बार में लूटे इतने हजार रुपये..जानें..

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
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कानपुर में साइबर ठगों ने एक महिला को निशाना बनाया है।

कानपुर में साइबर फ्रॉड पलक झपकते ही जरा सी लापरवाही में लोगों से धोखाधड़ी कर ब्लैकमेल कर रहे हैं। इसके बावजूद भी लोग कतई नहीं चेत रहे हैं।

कानपुर, अमृत विचार। शहर में साइबर फ्रॉड पलक झपकते ही जरा सी लापरवाही में लोगों से धोखाधड़ी कर ब्लैकमेल कर रहे हैं। इसके बावजूद भी लोग कतई नहीं चेत रहे हैं। इस बार एक महिला को साइबर अपराधियों ने अपना शिकार बनाया। महिला का आरोप है कि ठगों ने तीन मिनट के भीतर हजारों रुपये पार कर दिए। पैसे कटने का मैसेज आया तो उन्हें घटना की जानकारी हुई। 

अनवरगंज थानाक्षेत्र के बांसमंडी निवासी रेहाना बेगम ने पुलिस को बताया कि उनका हालसी रोड में स्थित एचडीएफसी बैंक में खाता है। बताया कि नौ जनवरी को खाते से सुबह 5.33 मिनट से 08.22 मिनट के बीच में साइबर फ्रॉड ने छह बार में 42000 रुपये पार कर दिए। इस संबंध में अनवरगंज प्रभारी निरीक्षक नीरज ओझा ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ आईटी एक्ट का मामला दर्ज कर साइबर सेल से मदद ली जा रही है। 

पीड़ित महिला ने बताया कि उन्होंने इस घटना के बाद बैंक में इसकी शिकायत की तो उन लोगों ने फ्रॉड हो जाने की बात कहकर थाने जाने की बात कही। पति हनीफ ने बताया कि उन्होंने न तो किसी से अपने अकाउंट की डिटेल शेयर की थी न ही ओटीपी के लिए कोई कॉल आया था। इसके बाद भी न जाने कैसे ठगी के शिकार हो गए। 

साइबर अपराध को रोकने के ये उपाय बताए :

-कंप्यूटर में एंटी वायरस सॉफ्टवेयर स्थापित करना चाहिए।

-अपने क्रेडिट कार्ड की जानकारी संदिग्ध या अजनबियों को कभी न दें।

-फेसबुक, इंस्टाग्राम और जी मेल पर मजबूत पासवर्ड विकसित करने चाहिए।

-बच्चों पर नजर रखें और उनके द्वारा इंटरनेट के इस्तेमाल को सीमित रखें।

-समय-समय पर फेसबुक, ट्विटर, यू-ट्यूब की सुरक्षा सेटिंग्स की जांच करें।

-सार्वजनिक वाई-फाई हॉटस्पाट का उपयोग करते समय सचेत रहना चाहिए।

-वाई-फाई व हाटस्पाट के उपयोग से वित्तीय लेन-देन के संचालन से बचें।

-एक लिंक या अज्ञात मूल के फाइल पर क्लिक करने से पहले सत्यता जांचे।

-किसी भी तरह का साइबर अपराध होने पर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें।

इस तरह से होता है साइबर अपराध

एसीपी अपराध मोहसिन खान ने बताया कि साइबर अपराधी इंटरनेट और तकनीक की मदद से उपयोगकर्ता के निजी कंप्यूटर, स्मार्टफोन, सोशल मीडिया से व्यक्तिगत विवरण, व्यावसायिक रहस्य, महत्वपूर्ण व्यक्तिगत डेटा आदि को हैक कर लेते हैं। हैकर्स वे अपराधी हैं जो इंटरनेट पर इन अवैध दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों को अंजाम देते हैं। हालांकि कुछ एजेंसियां इस समस्या से निपटने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन यह लगातार बढ़ रही है।

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