जिले में अवैध रूप से संचालित हो रहे आरा मशीनों पर डीएफओ की आपत्ति, कासगंज और पटियाली वन रेंजर को दी चेतावनी
68 आरा मशीनों की जारी की सूची, इनमें किसी का नहीं है नवीनीकरण
कासगंज,अमृत विचार: जिले में संचालित आरा मशीनों को लेकर वन विभाग गंभीर दिखाई दिया है।डीएफओ ने पटियाली और कासगंज के वन रेंजर को पत्र जारी करते हुए बिना नवीनीकरण के संचालित आरा मशीनों की सूची भेजते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही हिदायत दी है कि यदि इस तरह का लापरवाही की गई तो प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी और चरित्र पंजिका में लापरवाही दर्ज कर दी जाएगी।
इस पत्र के बाद वन विभाग में खलबली मची हुई है। लाईसेंस का नवीनीकरण न होने के चलते 68 आरा मशीन अवैध रूप से संचालित हो रही है। जिसको लेकर प्रभागीय वन अधिकारी ने आरा मशीनों को बंद कराने के आदेश जारी किए हैं। प्रभागीय वन अधिकारी ने जिले के अलग-अलग तहसीलों के क्षेत्रीय वन अधिकारियों को एक पत्र जारी किया है।
जिसमें लिखा है कि एक जनवरी तक आरा मशीनों का लाइसेंस नवीनीकरण न होने की स्थिति में कासगंज जिले में 68 आरा मशीन अवैध रूप से संचालित हो रही है। जिनको तत्काल प्रभाव से बंद कराया जाए और आरा मशीनों के विरुद्ध नियम अनुसार विधिक कार्रवाई की जाए।
लिखा है कि आरा मशीनों के वर्ष 2024 में लाइसेंस नवीनीकरण जैसे महत्वपूर्ण राजकीय कार्यों में रुचि नहीं लेना क्षेत्रीय वन अधिकारियों की लापरवाही को दर्शाता है। प्रभागीय वन अधिकारी ने 68 अवैध आरा मशीन की सूची भेजी है।
मेरा स्थानांतरण अब काशी हो गया है। मैंने अपने कार्यकाल में ही एक पत्र जारी किया था। अवैध रूप से संचालित होती सभी आरा मशीन को बंद करने का पूरा प्रयास किया था। दिलीप श्रीवास्तव, तत्कालीन डीएफओ
कासगंज में 8 जनवरी को ही कार्यभार ग्रहण किया है। 7 जनवरी का पत्र है।पूरी जानकारी कर रहा हूं और तत्काल प्रभाव से अवैध रूप से संचालित होती आरा मशीन को बंद कराया जाएगा। तापस महिर, डीएफओ
ये भी पढ़ें - कासगंज: लाल बहादुर शास्त्री ने दिया था जय जवान जय किसान का नारा, पुण्य तिथि पर किया गया याद
