पीलीभीत: बुलडोजर चलाने के दिए आदेश...आई माननीय की कॉल और बदल गए सुर, बैरंग लौटी टीम
पीलीभीत, अमृत विचार। सड़क से लेकर प्लाट तक फीता डालकर नापजोख हुई। पुलिस फोर्स में सिपाहियों की संख्या का आकलन किया गया। बुल्डोजर को प्लॉट बिक्री के लिए बनाई गई नींव और सीसी रोड को ध्वस्त करने का आर्डर भी दे दिया, लेकिन ऐन वक्त पर एक माननीय का फोन आते ही कॉलोनी को लेकर कराए जा रहे निर्माण को ध्वस्त करने पहुंची टीम के सुर ही बदल गए। टीम भूमि स्वामी को बिना नक्शा पास कराए बिना निर्माण न कराने की चेतावनी देकर बैरंग लौट आई।
प्रदेश सरकार के निर्देश पर अवैध कॉलोनियों को लेकर अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है। जनपद में भी डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार के निर्देश पर अवैध कॉलोनियों को चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है। एक दिन पूर्व सिटी मजिस्ट्रेट सुनील कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम ने शहर में खकरा नदी के किनारे कृषि भूमि पर कॉलोनी विकसित करने को कराए जा रहे निर्माण कार्य को ध्वस्त कर दिया था।
उसी दौरान शहर से सटे रुपपुर कृपा और रुपपुर कमालू में भी बिना नक्शा पास बनाई जा रही कॉलोनियों पर कार्रवाई की रणनीति तैयार की गई थी। सिटी मजिस्ट्रेट के निर्देश पर रविवार दोपहर नायब तहसीलदार हरीशंकर पटेल के नेतृत्व में टीम गांव रुपपुर कमालू पहुंची। टीम में विनियमित क्षेत्र के जेई श्रीकृष्ण भी मौजूद थे। राजस्व टीम ने पीलीभीत-बीसलपुर हाईवे के किनारे एक निजी भूमि पर बिना नक्शा पास कराए कराई जा रही प्लाटिंग को लेकर नोप जोख शुरू कर दी।
भूमि स्वामी और ग्राम प्रधान को बुलाकर जमीन के संबंध जानकारी ली गई। यहां पास ही बने एक तालाब पर कब्जा करने की बात उठी। इस पर भूमिस्वामी ने बताया कि उसने गांव के पानी के निकास के लिए अपनी निजी भूमि से कुछ जमीन ग्राम पंचायत को दी है। समझौते के तहत ही बगल की कुछ भूमि उसे दी गई है। जेसीबी द्वारा हाईवे से सटे भाग में भूमिस्वामी द्वारा रोड़े डलवाकर बनाए गए निकास को खोलने का काम शुरू कर दिया गया। टीम ने पूरे मामले की जानकारी जुटाने के बाद उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। इस पर टीम को प्लाटों को लेकर कराए गए निर्माण कार्य को ध्वस्त कराने के निर्देश दिए गए।
टीम ने भी जेसीबी चालक को कराए गए निर्माण को ध्वस्त करने को निर्देश दे डाला। कार्रवाई के दौरान प्लाटिंग करने वालों में मौजूद एक व्यक्ति ने नायब तहसीलदार को माननीय की कॉल आने की बात कहकर फोन थमा दिया। फोन पर बात होने के बाद कार्रवाई के लिए आतुर टीम के हौंसले ठंडे पड़ गए। कार्रवाई के पहुंची जो टीम प्लाटिंग करने वालों को कार्रवाई की धमक दिखा रही थी, फिर फोन कॉल आने के बाद टीम बगले झांकते दिखीं। प्लाटिंग करने वालों ने उलटे टीम पर एक मकान पर कार्रवाई करने की बात कहकर रौब झाड़ना तक शुरू कर दिया।
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