लखनऊ : खड़े होकर खाते हैं खाना तो हो जायें सावधान, कैंसर का बन सकते हैं शिकार

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Published By Virendra Pandey
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लखनऊ, अमृत विचार। खड़े होकर भोजन करने से कैंसर की बीमारी हो सकती है। मौजूदा समय में पेट के कैंसर से पीड़ित मरीजों की तादात इस वजह से भी बढ़ रही है। बैठ कर भोजन करने से कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। यह कहना है चंडीगढ़ पीजीआईएमईआर स्थित डिपार्टमेंट ऑफ रेडियोथेरेपी एंड ऑन्कोलॉजी विभाग के एचओडी प्रो. राकेश कपूर का। वह गुरुवार को कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान में डिपार्टमेंट ऑफ रेडियेशन ऑन्कोलॉजी विभाग के स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे।

प्रो.राकेश कपूर के मुताबिक पहले लोग बैठकर भोजन करते थे, तो पेट का कैंसर कम होता था। खड़े होकर भोजन मुंह से सीधे पेट के विभिन्न अंगों तक तेजी से पहुंच रहा है, जिससे पेट के कैंसर का खतरा बढ़ रहा है। बैठकर भोजन करने पर चरणबद्ध तरीके से आगे भोजन पचता था। जिससे कैंसर होने का खतरा कम होता था। उन्होंने सुझाव दिया कि कोशिश करें कि बैठकर ही भोजन करें। पार्टियों में जाते हैं तो वहां पर भी बैठकर भोजन करें। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा तो सबकुछ बेहतर रहेगा।

कैंसर से बचाव के लिए करायें टीकाकरण

प्रो.राकेश कपूर ने बताया कि आज भी कैंसर का इलाज एक चुनौती की तरह ही है। बीमारी के मामले में कोई कमी नहीं आ रही है। हालांकि तकनीक की मदद से पहले की अपेक्षा कैंसर का इलाज बेहतर हो रहा है। मौजूदा समय में भी बहुत से लोगों को कैंसर और उसके इलाज की सही जानकारी नहीं है। इसलिए जागरुकता की बेहद जरूरत है।

उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में एचपीवी और हेपेटाइटिस बी की रोकथाम के लिए टीका उपलब्ध है। हेपेटाइटिस बी का टीकाकरण सही समय पर होने से लिवर कैंसर से बचाव संभव है। इसके अलावा एचपीवी यानी की ह्यूमन पैपिलोमावायरस से महिलाओं में गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर होता है। इसका टीका उपलब्ध है। समय पर टीकाकरण कराने से महिलाओं को इस वायरस से होने वाली बीमरी से बचाया जा सकता है।

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