Kanpur News: आवास पाकर कोई चहका तो किसी को मिली निराशा; पीएम आवास योजना के तहत बांटे गए भवन...
कानपुर में पीएम आवास योजना के तहत भवन बांटे गए।
केडीए ने बुधवार को प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अन्तर्गत शताब्दी नगर योजना में निर्मित किये जा रहे 1152 भवनों को लॉटरी के माध्यम से बांट दिया।
कानपुर, अमृत विचार। केडीए ने बुधवार को प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अन्तर्गत शताब्दी नगर योजना में निर्मित किये जा रहे 1152 भवनों को लॉटरी के माध्यम से बांट दिया। इन भवनों के लिये कुल 4663 पात्र आवेदकों को चयनित किया था। इस दौरान आवास पाकर कोई खुशी से चहक उठा तो आवास न मिलने पर आधे से ज्यादा आवेदकों के हाथ निराशा लगी। अब 27 जनवरी को जवाहर पुरम योजना की लॉटरी होगी।
केडीए सचिव शत्रोहन वैश्य ने बताया कि भवनों का आवंटन काफी समय से प्रक्रिया में था,। जिसे उपाध्यक्ष द्वारा सूडा से शीघ्रता से सत्यापन और प्राधिकरण में समस्त प्रक्रियाओं को पूर्ण कराते हुए लॉटरी करवाई गई है। जिससे दुर्बल आय वर्ग के लोग लाभान्वित हुये हैं। शताब्दी नगर स्थित प्राधिकरण स्टेडियम में सम्पादित की गयी लॉटरी का शुरुआत सांसद देवेन्द्र सिंह भोले, और विधायक नीलिमा कटियार ने किया।
प्राधिकरण की ओर से आयोजित की गयी लॉटरी में दिव्यांग एवं वरिष्ठ नागरिकों के मध्य वरीयता के आधार पर भूतल का फ्लैट लॉटरी के माध्यम से आवंटित किया गया है। लॉटरी में शासनादेश के अनुसार नियमानुसार श्रेणीवार आरक्षण के आधार पर क्रमशः अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं सामान्य श्रेणी के लाभार्थियों के मध्य लॉटरी करायी गयी।
कराई गई वीडियोग्राफी
उपाध्यक्ष के निर्देश पर पारदर्शिता के दृष्टिगत लॉटरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गयी। इसके साथ ही स्टेडियम में लॉटरी स्थल में मजिस्ट्रेट, आवश्यक पुलिस बल, चिकित्सा दल, अग्निशमन प्रबन्धन आदि व्यवस्थायें भी की गई। इस दौरान मुख्य अभियन्ता आशु मित्तल, अधिशाषी अभियन्ता आरके पांडेय, पीओ डूडा के प्रतिनिधि, रावित रंजन चैधरी, सिविल इंजीनियर आदि रहे।
योजनाओं का क्रियांवयन अफसरों की जिम्मेदारी
सांसद देवेन्द्र सिंह ने कहा कि सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन कराना सरकारी संस्थाओं की जिम्मेदारी है। जिसमें कानपुर विकास प्राधिकरण अपने दायित्व का निर्वहन करते हुये आम जन को उनके मकान के सपनें को साकार कर रहा है। नीलिमा कटियार ने कहा कि अत्यन्त दुर्बल वर्ग के लोगों के लिये जो छत उपलब्ध कराये जाने का कार्य किया जा रहा है, वह अत्यन्त सराहनीय है। प्रत्येक व्यक्ति की मूलभूत आवश्यकता रोटी, कपड़ा और मकान होती है।
