कासगंज: जल्द पूरा होगा काली नदी पुल का निर्माण, शासन से मिली अनुमति
कासगंज, अमृत विचार: कैनाल बाइपास पर झाल के पुल के समानांतर गंग नहर में निर्माणाधीन पुल अब जल्द ही पूरा हो जाएगा। धनराशि के अभाव में इस पुल का कार्य लटका रहा। नए सिरे से भेजे गए प्रस्ताव को लगभग पांच महीने बाद स्वीकृति मिल गई है और अब सेतु निगम के अधिकारी धनराशि का इंतजार कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि धनराशि मिलते ही जल्द पुल का निर्माण कर राहगीरों के प्रयोग में लाए जाएगा।
वर्ष 2020 में कैनाल बाइपास पर झाल के पुल के समीप काली नदी में पुल निर्माण का प्रस्ताव तैयार हुआ। इसी वर्ष इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिली, फिर 29 करोड़ 74 लाख आठ हजार रूपये की शासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति दी गई। धनराशि भी सेतु निगम को दे दी गई।
सेतु निगम ने इस पुल का निर्माण शुरू किया, लेकिन धीमे धीमे महंगाई के साथ ही इस पुल की लागत भी बढ़ गई। काम रफ्तार नहीं पकड़ सका। अब तक निर्माणाधीन पुल का कार्य अधर में लटका हुआ है। जिससे लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इधर पुल की लागत से बढ़ जाने को लेकर सेतु निगम ने शासन को पुनरीक्षित प्रस्ताव भेजा। जिसमें लगभग तीन लाख रूपये से अधिक की लागत बढ़ गई। यह प्रस्ताव बीते साल अक्टूबर माह में शासन को भेजा गया था। तब से यह शासन स्तर पर ही लंबित था। इधर काम भी रूका हुआ था अब शासन ने पुनरीक्षित प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है। कुल 33 करोड़ 12 लाख 85 हजार रूपये की लागत से अब इस पुल का निर्माण पूरा होगा।
झाल के पुल पर अतिरिक्त बोझ
काली नदी का पुल अधूरा होने के कारण बाइपास के वाहनों को प्राचीन झाल के पुल से निकाला जा रहा है। भारी वाहन यहां से निकाले जा रहे हैं तो इस पुल भी अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है और यह भी कमजोर हो रहा है। य ब्रिटिशकालीन पुल है।
आंकड़े की नजर से-
-350 मीटर लंबा है निर्माणाधीन पुल
-7.5 मीटर है पुल की चौड़ाई
निर्माणाधीन पुल पर नए सिरे से प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था। लागत बढ़ गई थी। नए प्रस्ताव को स्वीकृति मिली है। जल्द ही धनराशि मिलने की संभावना है। धनराशि मिलने के बाद लगभग दो महीने में पुल का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा--- वीरेंद्र सिंह, डीपीएम सेतु निगम।
यह भी पढ़ें- कासगंज: नियमित टैक्स रिर्टन समय से करें भट्टा व्यवसाई- संयुक्त आयुक्त
