Budget 2024: आयात शुल्क कम करने से सराफा बाजार में बढ़ेगी रौनक, कारोबारियों ने ये मांग की

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
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कानपुर में कारोबारियों ने सोना-चांदी कारोबार पर जीएसटी किए जाने की भी मांग की है।

कानपुर में सराफा कारोबारियों को उम्मीद है कि रत्न व आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद ने सरकार से सोने और कटे व पॉलिश हीरे पर आयात शुल्क कम करने की जो मांग की है, वह बजट में मानी जा सकती है।

कानपुर, अमृत विचार। सराफा कारोबारियों को उम्मीद  है कि रत्न व आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद ने सरकार से सोने और कटे व पॉलिश हीरे पर आयात शुल्क कम करने की जो मांग की है, वह बजट में मानी जा सकती है। इससे लोगों को सोना-चांदी की खरीद में राहत मिलेगी। कारोबारियों ने सोना-चांदी कारोबार पर जीएसटी किए जाने की भी मांग की है। 

चौक सराफा में कानपुर महानगर बुलियन एंड सराफा एसोसिएशन की बजट पर चर्चा में अध्यक्ष अंशू शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जलज द्विवेदी व महामंत्री जयदीप गुप्ता ने कहा कि मंझोला सराफा कारोबारी जीएसटी की जटिल प्रक्रिया से प्रभावित है। इसका असर कारोबार पर पड़ रहा है।

सरकार जिस तरह कॉर्पोरेट को सहूलियत देती है, वैसै ही मंझोले कारोबार को भी लाभ देना चाहिए। जीएसटी की जटिल प्रणाली को लचीला बनाकर एक्साइज ड्यूटी में कमी की जाए। अरुण द्विवेदी, अरुण कुमार त्रिवेदी, राजेश शुक्ला, धनेंद्र देव जैन व ग्रीष्म अवस्थी ने इनकम टैक्स छूट बढ़ाने की मांग की।

बैंक चार्ज हटना चाहिए

कारोबारी प्रदीप सिंह, नीरज द्विवेदी और गौरव वर्मा ने कहा कि क्रेडिट और डेबिट कार्ड से भुगतान करने पर बैंक चार्ज कटता है। यह सराफा कारोबार में काफी होता है। बजट में ऐसे प्रावधान की जरूरत है जिससे कारोबारी पर यह अनावश्यक भार कम हो सके। 

कैश लेनदेन की लिमिट बढ़े

कारोबारियों ने कहा कि कारोबार में कैश लेनदेन की लिमिट अभी दो लाख रुपये तक है। इससे ऊपर के लेनदेन में पैन जरूरी है। इस लिमिट को पांच लाख रुपये करना चाहिए।

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