अयोध्या : 100 एकड़ में श्रीराम महायज्ञ, प्रवचन और भंडारे के दिव्य इंतजाम

Amrit Vichar Network
Published By Jagat Mishra
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10 फरवरी से बड़ी छावनी के मैदान में 2121 कुंडों में डाली जाएंगी आहुतियां

अयोध्या, अमृत विचार। भव्य मंदिर में रामलला के विराजमान होते ही अयोध्या में भक्ति रस की धारा प्रवाहमान है। यज्ञ व महायज्ञों का सिलसिला अभी थमा नहीं है। भक्तमालजी की बगिया में पद्म विभूषण स्वामी रामभद्राचार्य व बालू घाट पर नेपाली बाबा के आयोजन के बाद अब बड़ी छावनी के मैदान में 10 फरवरी से 2121 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ कराने की तैयारियां जोर शोर से चल रही है। 100 एकड़ में बने आयोजन स्थल में 18 फरवरी तक रामकथा भी होगी। इस दौरान यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का भी इंतजाम रहेगा। 
    
यज्ञ सम्राट रघुवंश संत शिरोमणि दास महंत साकेतवासी कनक बिहारी दास ने श्रीराम के भव्य मंदिर में विराजमान होने पर महायज्ञ कराने का संकल्प लिया था। उनके उत्तराधिकारी श्याम दास ने बताया कि एमपी के छिंदवाड़ा के लोनीकला स्थित रामजानकी मंदिर के महंत रहे कनक बिहारी दास 17 अप्रैल 2023 में साकेतवासी हो गए। श्याम दास ने बताया कि 800 ब्राह्मणों की मौजूदगी में यजमान महायज्ञ में आहुितयां डालेंगे। गुरु भाई लखनदास ने बताया कि कामदगिरी पीठाधीश्वर जगदगुरु रामानंदाचार्य रामस्वरूपाचार्य अपने मुखवचनों से रामकथा का श्रवण कराएंगे। 

9009 कुंडीय महायज्ञ का लिया था संकल्प
गुरु भाई लखनदास ने बताया कि महंत कनक बिहारी दास ने 9009 कुंडीय महायज्ञ का संकल्प लिया था, लेकिन उनके साकेतवासी हो जाने के बाद शिष्यों में उनके संकल्प को पूरा करने का सामर्थ्य नहीं है। इस कारण 2121 कुंडीय महायज्ञ कराया जा रहा है। मुख्य आयोजक में उत्तराधिकारी श्याम दास व एमपी के पूर्व संसदीय कार्य मंत्री अजय सिंह रघुवंशी व अन्य शामिल हैं।

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