मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी बोले- चौधरी चरण सिंह को 'भारत रत्न’ देना भारत के 90 करोड़ किसानों का सम्मान

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Published By Deepak Mishra
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गन्ना विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने रविवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को दिया गया ‘भारत रत्न’ भारत के 90 करोड़ किसानों का सम्मान है। लक्ष्मी नारायण चौधरी ने रविवार को कहा, ‘‘चौधरी चरण सिंह ने कहा था कि देश के विकास की ओर जाने वाला रास्ता खेतों से होकर गुजरता है। चौधरी जी ने किसानों के हित और कल्याण के लिए कई कदम उठाए थे। उनका नाम इतिहास में हमेशा सुनहरे अक्षरों में अंकित रहेगा।’’ 

मंत्री ने किसानों के कल्याण के लिए चौधरी चरण सिंह द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा, ‘‘चौधरी साहब कई किसान समर्थक कानून लाए, जैसे कि 1953 का चकबंदी अधिनियम और उत्तर प्रदेश जमींदारी अधिनियम और भूमि सुधार अधिनियम, 1952।’’ उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री के साथ अपने संबंधों को याद करते हुए कहा, "उनके साथ मेरा जुड़ाव लगभग मेरे बचपन के दिनों से था। मैं 1967 में उनसे पहली बार मिला था, उस समय मैं कक्षा 10वीं में पढ़ता था।’’ 

चौधरी ने कहा ''जब मैं छात्र था, तब मुझे कोसी कलां (मथुरा में) की मंडी समिति का अध्यक्ष बनने का सम्मान मिला। यह 1977 की बात है, जब मैंने एमए की पढ़ाई पूरी करने के बाद एलएलबी अंतिम वर्ष की परीक्षा दी थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद 1985 में मुझे पार्टी (लोकदल) ने टिकट दिया और उनके (चरण सिंह के) आशीर्वाद से मैं छाता से विधायक बन गया।" लक्ष्मी नारायण चौधरी ने राज्य विधानसभा में पांच बार मथुरा जिले के छाता विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। 

उन्होंने कहा, "उनकी (चौधरी चरण सिंह) सबसे बड़ी ताकत उनकी ईमानदारी थी। वह किसानों के सच्चे हितैषी थे। वह आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती के विचारों और शिक्षाओं से बहुत प्रभावित थे। अर्थशास्त्र उनका पसंदीदा विषय था और वह हमेशा किसानों की अर्थव्यवस्था को मजबूत करना चाहते थे।’’ उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह महात्मा गांधी और सरदार वल्लभभाई पटेल से प्रेरित होकर स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हुए। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में 1990 के दशक में आर्थिक सुधारों की शुरुआत करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव, किसानों के हितों के पैरोकार चौधरी चरण सिंह और ‘हरित क्रांति’ के जनक डॉ. एम एस स्वामीनाथन को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाने की हाल में घोषणा की। इससे कुछ ही दिन पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने जननायक कर्पूरी ठाकुर और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भी ‘भारत रत्न’ से नवाजे जाने की घोषणा की थी। 

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