Kanpur News: अंतरराष्ट्रीय मैक्सिलोफेशियल सर्जरी दिवस पर कार्यशाला संपन्न; प्रशिक्षकों ने दी सीपीआर की ट्रेनिंग...
दांतो में होने वाली बीमारी पायरिया के बारे में विस्तार से चर्चा हुई
कानपुर, अमृत विचार। सेहतमंद दांत न सिर्फ मुस्कुराते हुए चेहरे की शोभा बढ़ाते हैं, बल्कि अच्छे स्वास्थ्य का भी संकेत देते हैं। लेकिन दांतों की सफाई पर ध्यान नहीं देने और अधिक फास्ट व जंक फूड के सेवन से लोगों के दांत खराब हो रहे हैं। वर्तमान में 15 प्रतिशत युवा पायरिया की चपेट में हैं। यह बात भारतीय दंत चिकित्सक संघ कानपुर शाखा के अध्यक्ष डॉ.श्रवण कुमार सिंह ने कही।
अंतरराष्ट्रीय मैक्सिलोफेशियल सर्जरी दिवस पर रामादेवी स्थित मिशिका सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में रविवार को भारतीय दंत चिकित्सक संघ और एओएमएसआई ने आपात चिकित्सा पर कार्यशाला आयोजित की। डॉ.सुनीत गुप्ता व डॉ.सुरेंद्र पटेल ने प्रशिक्षकों को ओरल सर्जरी में खासकर बच्चों की सर्जरी किस प्रकार करनी है, यह समझाया।
डॉ. श्रवण कुमार सिंह ने कहा कि जीवनशैली में बदलाव के कारण ओरल हाइजीन अच्छा नहीं होने से लोग पायरिया या दांतों की बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। रात में मुंह में लार कम बनती है। करीब आठ घंटे मुंह बंद रहता है। रात में ब्रश नहीं करने से खाने के कण दांतों के बीच फंसे रहते हैं, जिससे सड़न के साथ बैक्टीरिया पनपते हैं। यह बैक्टीरिया एसिड छोड़ते हैं, जिससे मसूड़े कमजोर हो जाते हैं।
डॉ. सरदार सिंह यादव, डॉ. रजत भार्गव व डॉ. साक्षी पांडेय ने बताया कि सुबह से ज्यादा शाम को ब्रश करना फायदेमंद है। इससे दांत मजबूत होते हैं। डॉ. अवधेश तिवारी ने बताया कि पायरिया में दांत ढीले होकर हिलने लगते हैं। मसूड़ों से मवाद और रक्त निकलता है। मुंह से दुर्गंध आती है। डॉ. शिवामणि, डॉ.गौरव महेश्वरी, डॉ.अमित मिश्रा, डॉ.निशा सिंह, डॉ.श्रुति कक्कड़, डॉ.विनय, डॉ.सौरभ व डॉ.देवांग मौजदू रहे।
