Kanpur mayor meeting : रेलवे पर 120 तो पड़ोसी केडीए पर 17 करोड़ बाकी
कानपुर, अमृत विचार। शहर में नगर निगम का सबसे बड़ा बकायेदार रेलवे विभाग है। नगर निगम को राजस्व के रूप में रेलवे से 120 करोड़ रुपये लेने हैं। वहीं, पीडब्ल्यूडी पर तीन करोड़ पचास लाख, श्रम विभाग एवं कानपुर विकास प्राधिकरण पर 17 करोड़, और चार करोड़ रुपये जेल विभाग पर बकाया है। बुधवार को राजस्व वसूली की बैठक में यह तथ्य सामने आये हैं। जिसके बाद महापौर प्रमिला पांडेय ने वसूली में नगर वासियों से सहयोग मांगा है।
नगर निगम मुख्यालय समिति कक्ष में महापौर की अध्यक्षता में हुई राजस्व वसूली की बैठक में वित्तीय वर्ष 23-24 की जानकारी मांगी गई तो मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अनिरूद्ध सिंह ने बताया कि इस बार का लक्ष्य 414 करोड़ है, जिसके सापेक्ष 260 करोड़ की वसूली हो चुकी है। अभी 154 करोड़ शेष वसूली बाकी है। जिसमें ज्यादातर सरकारी विभागों पर कर बकाया है।
बैठक में महापौर ने प्रयागराज रेल मंडल के डीआरएम हिमांशु बडोनी से एवं जेल अधीक्षक, कानपुर, पराग डेयरी के महाप्रबंधक से वार्ता की। जिसमें अधिकारियों ने परीक्षण कराकर जल्द भुगतान करने का आश्वासन दिया गया। महापौर ने कहा कि साथ विगत वर्ष में अच्छी वसूली होने पर शासन ने 100 करोड़ रुपये का पुरस्कार सीएम ग्रिड के अन्तर्गत मिला है। महापौर ने शहर वासियों से अपील की कि समय से अपना गृह कर अदा करें, क्योंकि राजस्व वसूली से ही शहर का विकास होता है और नागरिकों को सुविधायें प्राप्त होती है। बैठक में अपर नगर आयुक्त अमित कुमार भारतीय, अपर नगर आयुक्त मो. अवेश, जगदीश यादव, जोनल अधिकारी विद्या सागर यादव, लाल चन्द्र सरोज, राजेश सिंह, विनय प्रताप सिंह, राजेश गुप्ता आदि रहे।
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