गोंडा: बारात घर बन गया है पालिका का कैम्पस, बिना किसी बुकिंग के आयोजित‌ किए जा रहे कार्यक्रम

सहालग में रोजाना पालिका प्रांगण की बुकिंग से कामकाज प्रभावित 

गोंडा: बारात घर बन गया है पालिका का कैम्पस, बिना किसी बुकिंग के आयोजित‌ किए जा रहे कार्यक्रम

गोंडा, अमृत विचार। नगर पालिका दफ्तर स्थित खाली मैदान को आए दिन होने वाले शादी पार्टी समारोह मे बुक करने की अजब परिपाटी शुरू हो गई है। बुकिंग का पैसा किसकी जेब में जा रहा है इसे बताने को जिम्मेदार तैयार नहीं हैं। इतना ही नहीं इन गतिविधियों के चलते कर्मचारियों का कामकाज भी प्रभावित होता है।

शुक्रवार को पालिका दफ्तर का अजब नजारा दिखाई दिया। पालिका कैंपस में लगे में किसी मांगलिक समारोह की तैयारी हो रही थी। अचानक शोर शराबा सुनकर कर्मचारियों ने दफ्तर की खिड़की बंद कर ली, ताकि कामकाज सुचारू रूप से हो सके, लेकिन बाहर जल रही भट्ठी पर जैसे ही हलवाई ने मसालों की तीखी छौंक लगाई, स्वास्थ्य और टैक्स अनुभाग मे बैठे कर्मचारियों का छींकते और खांसते हालत खराब हो गयी। 

कर्मचारियों ने बताया कि यह हाल एक दो दिन का नहीं बल्कि रोज का है। जब से सहालग शुरू हुई है तबसे प्रतिदिन कोई न कोई कार्यक्रम यहां आयोजित हो रहा है लेकिन यह किसके आदेश पर हो रहा है और इसकी बुकिंग का पैसा कौन ले रहा है इसका कोई हिसाब किताब नहीं है।

बुकिंग का है प्रावधान
गांधी पार्क स्थित समपूर्णानंद प्रेक्षागृह और उसके पीछे बने मैरिज हाल की बुकिंग कर पालिका बढ़िया आय करती है। इसी के तर्ज़ पर नगरपालिका दफ्तर के बगल कैम्पस मे ही पड़े मैदान को भी बुक कर आमदनी कमाने का प्रस्ताव किया गया है, लेकिन यहां की बुकिंग पालिका कर्मचारियों के निजी आय का साधन बन चुकी है।  

सहालग भर यहां टेंट लगा तो नजर आता है लेकिन बुकिंग का अधिकांश ब्योरा जुबानी ही है। कुछ कर्मचारी दबी जबान बताते हैं कि फला जनप्रतिनिधि तो कभी फला रसूखदार का फोन आता है जिसके चलते फ्री बुकिंग करनी पड़ती है। 

समपूर्णानंद प्रेक्षागृह (टाउन हाल), मैरिज हाल, पालिका कैम्पस, पानी टैंकरों आदि की बुकिंग मे आंशिक या पूर्ण छूट देने का अधिकार सिर्फ उनके पास है।‌ बिना उनकी अनुमती फ्री की बुकिंग अवैध है। पालिका दफ्तर स्थित कैम्पस की बुकिंग मे वस्तुस्थिति क्या है इसका पता लगाया जाएगा।   मामला प्रकाश मे आया तो करने और कराने वाले दोनों के विरुद्ध एक्शन लिया जाएगा...,संजय मिश्रा, अधिशासी अधिकारी-नगर पालिका परिषद।

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