हल्द्वानी: बलवा बनभूलपुरा में हुआ, मरीज आईसीयू में कैद हो गए

हल्द्वानी: बलवा बनभूलपुरा में हुआ, मरीज आईसीयू में कैद हो गए

हल्द्वानी, अमृत विचार। सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) एक बार फिर चर्चाओं में है। बीते दिन बनभूलपुरा में हुए बलवे का एक घायल अस्पताल के एनेस्थिसिया आईसीयू में भर्ती है। उसकी सुरक्षा के लिए प्रबंधन ने आईसीयू के चैनल पर ताला लगा दिया है। इससे आईसीयू में भर्ती अन्य मरीज व उनके तीमारदारों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

बता दें कि बीती आठ फरवरी को बनभूलपुरा में बलवा के बाद एक व्यक्ति के पेट में गंभीर चोट लगी है। डॉक्टरों की टीम ने घायल का ऑपरेशन कर उसे एसटीएच के एनेस्थिसिया आईसीयू में भर्ती किया है। मरीज का हाल जानने के लिए परिजन बार-बार अस्पताल पहुंच रहे थे।

वहीं जिला प्रशासन के अधिकारी भी मरीज से मिलने के लिए आईसीयू में आ-जा रहे हैं। आईसीयू में अन्य लोगों का आना जाना देख अस्पताल प्रबंधन ने आईसीयू के मुख्य चैनल पर ताला लगा दिया है। इससे आईसीयू में भर्ती अन्य मरीज परेशान हो गए हैं। तीमारदारों का अपने मरीजों से मिलना तक मुश्किल हो गया है। 
 इधर, इस मामले में राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि एनेस्थिसिया आईसीयू में तीमारदार अधिक आ-जा रहे थे। जिसके चलते ताला लगाया गया है। 

ताला देख प्रशासनिक अधिकारी भी हुए हैरान
एनेस्थिसिया आईसीयू के मुख्य चैनल पर ताला लगने से जिला प्रशासन के अधिकारी भी हैरान हैं। बताया जाता है कि बीते दिनों कुछ अधिकारी बलवे में घायल का हाल जानने के लिए आईसीयू में पहुंचे तो चैनल पर ताला देख वह दंग दंग रह गए। आईसीयू में लगभग 6 बेड हैं, जो हर समय गंभीर मरीजों से पैक रहते हैं।

पीछे के रास्ते हो रही डॉक्टरों की एंट्री
बताया जाता है कि एनेस्थिसिया आईसीयू में डॉक्टरों की एंट्री पीछे के रास्ते हो रही है। मुख्य चैनल पर ताला लगने के बाद आईसीयू के पीछे की तरफ का रास्ता खोल दिया गया है। यहीं से डॉक्टर आना-जाना कर रहे हैं। आईसीयू अस्पताल का सबसे संवेदनशील हिस्सा होता है वहां गंभीर मरीज भर्ती होते हैं और कभी भी इमरजेंसी हो सकती है।