UP: एशिया की सबसे बड़ी मंडी का बुरा हाल, बेमौसम बारिश से आलू किसानों के चेहरे पर छाई मायूसी...सड़कें कीचड़ और पानी से लबालब

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Published By Nitesh Mishra
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फर्रुखाबाद में बेमौसम बारिश से आलू किसानों भारी क्षति

फर्रुखाबाद, अमृत विचार। बेमौसम बरसात से जहां ठंड वापस लौट आई है। वहीं आलू किसानों को इस बरसात से भारी नुकसान हुआ। खेतों में खुदा पड़ा आलू पूरी तरह से भीग गया है। एशिया प्रसिद्ध आलू मंडी सातनपुर की गलियां कीचड़ और पानी से पूरी तरह से भर गई है। जिससे व्यापारी आलू मंडी में आने से कतराने लगा है। 
 
बताते चले की इसी आलू मंडी में लोकसभा चुनाव के लिए पार्टियां रवाना की जानी है । यहीं मतगणना कराई जानी है। जिलाधिकारी बीके सिंह ने आने के बाद आलू मंडी सातनपुर का जब निरीक्षण किया था तो मंडी सचिव को इस सड़क को दुरुस्त करवाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने फरवरी माह में निर्माण कार्य पूरा करने को कहा था।

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जिलाधिकारी के आदेश के बाद भी सचिव मंडी समिति ने मंडी समिति की सड़कों को सही नहीं कराया। नतीजा आज पानी बरसते ही सड़कें कीचड़ से भर गई। जिससे किसानों और व्यापारियों को आने जाने में भारी दिक्कत हुई। 
 
वहीं दूसरी तरफ मंडी में लगा आलू पूरी तरह से भीग गया। आलू आढ़ती अरविंद राजपूत का कहना है की आलू मंडी की गलियां इस समय पूरी तरह से कीचड़ से भरी हुई है। जिससे व्यापारी आने में कतराने लगा है। आज बारिश होने की वजह से किसानों का आलू मंडी में ही लगा हुआ है ।
 
आलू किसान रावेंद्र सिंह का कहना है कि  इस बारिश की वजह से उन किसानों को भारी क्षति हुई है जिनका आलू खेतों में खुदने के बाद ढेर लगा हुआ था। पानी बरसने की वजह से आलू पूरी तरह से भीग गया है। 
 
किसानों का मानना है कि आलू भीग जाने के बाद शीत गृह में रखने के योग्य नहीं रह जाता। अगर इस आलू को शीत गृह में रखा जाए तो आलू सड़ जाता है। भीगे हुए आलू को व्यापारी गिरे हुए दामों में खरीदते हैं। 
 

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