बरेली: एक लाख साल पुराना 'जीवाश्म शंख', आप भी जान लीजिए इसकी खासियत 

बरेली: एक लाख साल पुराना 'जीवाश्म शंख', आप भी जान लीजिए इसकी खासियत 

प्रीति कोहली, बरेली। रुहेलखंड विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास एवं संस्कृति विभाग के पांचाल संग्रहालय में तमाम धरोहर संरक्षित हैं। इन्हीं में शामिल है एक लाख साल पुराना जीवाश्म शंख, जोकि इस संग्रहालय का आकर्षण बढ़ा रहा है। इस शंख को देखने के लिए लोग दूर-दूर से रुहेलखंड विश्वविद्यालय स्थित इस संग्रहालय में पहुंचते हैं। यही नहीं दूर-दूर से लोग इस शंख की खासियत को जानने के लिए यहां आते हैं। 

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इस खास और जीवाश्म शंख के बारे में जब अमृत विचार की टीम ने पांचाल संग्रहालय के रिसर्च एसोसिएट हेमंत मनीषी शुक्ला से बात की तो उन्होंने बताया कि यह शंख एक लाख साल पुराना जीवाश्म के रूप में है। कहा जाता है कि केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और मंडोत्री में आदिशंकाचार्य ने ऐसे चार शंख स्थापित किए थे। ऐसा ही अद्भुत दर्शनावर्ती एक शंख पांचाल संग्रहालय में प्रोफेसर अभय कुमार सिंह ने साल 2014 में डोनेट किया था। 

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